तुलसी की पूजा करते समय जरूर करें ये उपाय, पूरी होगी हर तरह की मनोकामनाएं
तुलसी का पौधा भगवान विष्णु को अति प्रिय होता है इस कारण इनका एक नाम हरिप्रिया भी है. हर एक घर में तुलसी का पौधा अवश्य होता है और नियमित रूप से इनकी पूजा-उपासना होती है. ऐसी मान्यता है कि जिन घरों में नियमित रूप से तुलसी को जल और पूजा की जाती है वहां पर हमेशा सुख-समृद्धि और मां लक्ष्मी का वास होता है
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत ही पूजनीय और खास माना जाता हैं. तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का स्वरूप होता है. तुलसी का पौधा भगवान विष्णु को अति प्रिय होता है इस कारण इनका एक नाम हरिप्रिया भी है. हर एक घर में तुलसी का पौधा अवश्य होता है और नियमित रूप से इनकी पूजा-उपासना होती है. ऐसी मान्यता है कि जिन घरों में नियमित रूप से तुलसी को जल और पूजा की जाती है वहां पर हमेशा सुख-समृद्धि और मां लक्ष्मी का वास होता है. इसके अलावा तुलसी के पत्तों में कई तरह की औषधीय गुण होते हैं. तुलसी के पौधे पूजा और रखने पर घर से सभी तरह की नकारात्मक ऊर्जा दूर भाग जाती हैं. तुलसी के पौधे की नियमित रूप से पूजा करने से सभी तरह की मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
हिंदू धर्म मे तुलसी पूजा महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तुलसी के पौधे में तीनों देवताओं का वास होता है. तुलसी की पूजा करने से सभी देवी-देवता जल्द प्रसन्न हो जाते हैं. ऐसी मान्यता है जिन घरों में अक्सर क्लेश, दरिद्रता और नकारात्मक ऊर्जाओं का प्रवेश होता है वहां पर तुलसी का पौधा लगाने से और नियमित रूप से पूजा-पाठ करने पर ये सब दूर हो जाते हैं.
मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए करें इस मंत्र का जाप
सुबह-शाम तुलसी के पौधे को जल और दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि और संपन्नता आती है और मां लक्ष्मी व भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है. तुलसी की पूजा के दौरान अगर तुलसी मंत्र का जाप करें तो सभी तरह की आर्थिक परेशानियां दूर हो जाती हैं. ये मंत्र इस प्रकार है.
मंत्र: महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते..
तुलसी पूजा के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
– शास्त्रों के अनुसार एकादशी, रविवार, ग्रहण के दिन, संक्रांति के दिन, शाम के समय तुलसी के पत्तों को नहीं तोड़ना चाहिए. – तुलसी के पौधे से कभी पत्तों को तोड़ते समय नाखून का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए बल्कि उंगलियों के छोर का प्रयोग कर इसे तोड़ना चाहिए. – भगवान विष्णु, श्री कृष्ण और हनुमान जी की पूजा उपासना में तुलसी के पत्तों का प्रयोग करना चाहिए क्योंकि इनको भोग में तुलसी के पत्ते अर्पित करने पर ये देव प्रसन्न होते हैं. – भगवान शिव और भगवान गणेश जी की पूजा में तुलसी के पत्तों को प्रयोग करना वर्जित माना गया है. इसलिए भूलकर भी इनको तुलसी के पत्ते नहीं अर्पित करना चाहिए. – तुलसी के पौधे को बिना नहाए नहीं छूना चाहिए.