2 साल पहले खोए पिता को लेने गया बेटा, आश्रम पहुंचते ही आया हार्ट अटैक… कर्मचारियों ने किया कुछ ऐसा, बच गई जान
ग्वालियर के डबरा स्थित प्रभु श्री जी सेवा आश्रम को बुजुर्ग टेकनपुर क्षेत्र में लावारिस स्थिति में मिले थे. मानसिक संतुलन बिगड़ने से वे अपना घर भूल गए और आश्रम में रहकर जीवन यापन कर रहे थे. करीब 2 साल बाद अब उनका बेटा उन्हें लेने आश्रम पहुंचा, जहां पर वह खुद हार्ट अटैक का शिकार हो गया. आश्रम के कर्मचारियों ने मिलकर उसकी जान बचाई.
मध्य प्रदेश के ग्वालियर के आश्रम में अपने खोए पिता को लेने आए युवक को हार्ट अटैक आ गया. उसकी हालत बिगड़ते देख लोग घबरा आगे. आश्रम के कर्मचारियों ने तुरंत उसे सीपीआर देना शुरू कर दिया, जिससे उसकी हालत में सुधार आया. बाद में उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. आश्रम के कर्मचारियों के इस बहादुरी भरे काम की हर ओर तारीफ हो रही है.
युवक के पिता 2 साल से लापता थे. जब खोए हुए पिता का पता बेटे को हुआ तो वह उन्हें लेने ग्वालियर के डबरा स्थित प्रभु जी सेवा आश्रम पहुंचा. बेटे को अचानक हार्ट अटैक आ गया, ऐसे में आश्रम के कर्मचारी देवदूत बनकर सामने आए और समय न गंवाते हुए तुरंत सीपीआर देकर उसकी जान बचाई. आश्रम के कर्मचारियों की तरफ से तत्काल सीपीआर दिए जाने का यह घटनाक्रम आश्रम में ही लगे सीसीटीवी में कैद हो गया है, जो अब जमकर वायरल हो रहा है. इसे देखकर कर्मचारियों की तारीफ की जा रही है.
छत्तीसगढ़ से आया था पिता को लेने
जानकारी के मुताबिक, करीब 2 साल पहले छत्तीसगढ़ के मरवाही थाना क्षेत्र के रहने वाले श्याम अपने पिता जोधन को मथुरा स्थित गोवर्धन परिक्रमा कराने ले गया था. जहां परिक्रमा के दौरान गोवर्धन मेले से श्याम के पिता बिछड़ गए थे. उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी. ऐसे में गोवर्धन में उन्हें काफी तलाशा गया, लेकिन वह नहीं मिले. पिता की तलाश के लिए पुलिस में भी शिकायत की गई. पूरे 2 साल तक बिछड़े पिता का कोई पता नहीं चला.
कर्मचारियों ने दिया सीपीआर
अचानक 2 साल बाद श्याम को पिता की जानकारी मिली, तो वह उन्हें लेने ग्वालियर जिले के डबरा स्थित प्रभु जी सेवा आश्रम पहुंचा. तभी वहां उसे हार्ट अटैक आ गया. आश्रम में तैनात कर्मचारियों ने जैसे ही उसको इस हालत में देखा तो उन्हें समझते देर नहीं लगी और उन्होंने तुरंत उसे सीपीआर दिया. श्याम को अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां फिलहाल वह ठीक स्थिति में है. आश्रम के कर्मचारियों के सीपीआर दिए जाने की यह पूरी घटना आश्रम में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई.