मिचौंग चक्रवात: चेन्नई में हाल बेहाल, सड़कों पर नाव… क्या मचने वाली है 2015 वाली तबाही?

मिचौंग चक्रवात: चेन्नई में हाल बेहाल, सड़कों पर नाव… क्या मचने वाली है 2015 वाली तबाही?

मिचौंग ने दस्तक देने से पहले ही चेन्नई में तबाही मचा दी है. यह मंगलवार को आंध्र प्रदेश में टकराएगा. इससे पहले ही चक्रवात का असर दिखने लगा है. चेन्नई और आसपास के जिलों में भारी बारिश की वजह से जन जीवन अस्तव्यस्त हो गया है. गृह मंत्री अमित शाह ने आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और पुडूचेरी के सीएम के बात कर हालात की जानकारी ली है.

मिचौंग चक्रवात ने सैंकड़ों किमी दूर से ही तबाही मचाना शुरू कर दिया है. चेन्नई और उसके आसपास के जिलों का हार बेहाल है. सड़कों पानी इतना भरा है कि नाव चलाने की नौबत आ गई है. आसपास के जिलों में भी भीषण बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त है. सबसे ज्यादा असर सड़कों पर पड़ा है. 135 से ज्यादा ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं तो हवाई सेवा भी प्रभावित हुई है. माना जा रहा है कि यदि ऐसा ही हाल रहा तो चेन्नई में 2015 में आई बाढ़ की पुनरावृत्ति हो सकती है.

मिचौंग चक्रवात अभी बंगाल की खाड़ी पर सक्रिय है. कल यह आंध्र प्रदेश से टकराएगा. इस दौरान हवा की रफ्तार 115 किमी प्रतिघंटा से ज्यादा होने की आशंका जताई जा रही है. यह खतरे का संकेत इसलिए भी है, क्योंकि मिचौंग अभी चेन्नई से सैंकड़ों किमी दूर है, फिर भी वहां के हालात बदतर हो गए हैं. लोग घरों में कैद हैं. सड़कों पर पानी इतना है कि कारें तैरने लगी हैं. बिजली सप्लाई प्रभावित हो गई तो कई जगह इंटरनेट सेवा बाधित हो चुकी है.

कल आंध्रप्रदेश से टकराएगा

मिचौंग गंभीर चक्रवाती तूफान बन चुका है, इससे चेन्नई और उसके आसपास जिलों के साथ-साथ आंध्रप्रदेश के कुछ हिस्सों में भी बारिश शुरू हो चुकी है. अमरावती मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक यह धीरे-धीरे और खतरनाक होता जा रहा है. मंगलवार सुबह इसके नेल्लोर और मछलीपट्टम के बीच बापटला से गुजरने की संभावना है. इस दौरान हवा की रफ्तार 100 से 110 किमी तक रहने का अनुमान जताया गया है. माना जा रहा है कि अगले दो से तीन दिन तक चक्रवात का असर रह सकता है. इस बीच प्रदेश के कई इलाकों में तेज हवा के साथ बारिश होने की संभावना है. चक्रवाती तूफान के खतरे को देखते हुए तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम में अस्थायी रूप से भक्तों को श्री कपिलतीर्थम झरने पर पवित्र स्नान करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया गया है.

चेन्नई में जन जीवन अस्त व्यस्त

मिचौंग से चेन्नई और आसपास के जिलों में जन जीवन अस्तव्यस्त हो गया है. भीषण बारिश की वजह से कई इलाकों में पानी भर गया है. यहां से लोगों को निकालने के लिए नावों का सहारा लिया गया है. राहत टीमें भी लगा दी गई हैं. यहां बाढ़ की आशंका के बीच लोग जरूरत का सामान जुटाने में लग गए हैं. चेन्नई से सटे कांचीपुरम, चेंगलपेट और तिरुवल्लर में पानी भर गया है. यहां सड़कों पर भरे पानी को निकालने के लिए सरकारी कर्मचारियों को लगाया गया है.

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आठ किमी की रफ्तार से बढ़ रहा

भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक मिचौंग तूफान का केंद्र उत्तरी तमिलनाडु तट के पास बंगाल की दक्षिण पश्चिमी खाड़ी के पास है. यह आठ किमी की रफ्तार से भारत की ओर बढ़ रहा है. सोमवार को ही इसे गंभीर रूप धारण किया है जो मंगलवार सुबह आंध्रप्रदेश से टकराएगा. इस बीच कैबिनेट मंत्री उदयनिधि स्टालिन और सुब्रमण्यम ने चेन्नई में प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और राहत गतिविधियों का निरीक्षण किया.

144 ट्रेनें रद्द, 70 उड़ाने प्रभावित

मिचौंग तूफान की वजह से भारतीय रेल ने तकरीबन 144 ट्रेनें रद्द कर दी हैं. माना जा रहा है कि अगले 24 घंटे में इनकी संख्या और बढ़ सकती है. इसके अलावा चेन्नई में भारी बारिश की वजह से 70 से अधिक उड़ाने रद्द कर दी गईं. इसके अलावा 33 से अधिक फ्लाइट केंपेगौंड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की ओर डायवर्ट कर दी गई हैं. बेंगलुरु हवाई अड्डा ललिमिटेड के अधिकारियों ने बताया कि इंडिगो, स्पाइसजेट, एतिहाद, लुफ्थांसा और गल्फ एयर की घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को चेन्नई से बेंगलुरु की ओर मोड़ दिया गया है. हालात ऐसे हैं कि एयरपोर्ट के सभी रनवे बंद कर दिए गए हैं. फिलहाल एयरपोर्ट ने रात 11 बजे तक हवाई सेवाओं को बंद किया है, लेकिन माना जा रहा है कि अभी इस समय को और बढ़ाया जा सकता है.

अमित शाह ने की मुख्यमंत्रियों से बात

मिचौंग चक्रवात से बिगड़ रहे हालात को देखते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी के मुख्यमंत्रियों से बात कर चक्रवात की स्थिति का जायजा लिया, उन्हें केंद्रीय मदद का आश्वासन दिया. इसके अलावा राहत कार्यों को बढ़ाने के निर्देश दिए. वहीं तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि ने सोमवार को कहा कि राज्य के पूर्वी तटीय जिले प्रभावित हैं. हालांकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार की कई एजेंसियां सक्रिय कर दी गई हैं. केंद्र सरकार भी हालात पर पूरी नजर बनाए हैं. राज्यपाल ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है. इसके अलावा मंगलवार को सार्वजनिक अवकाश का भी ऐलान कर दिया गया है.