‘रहूंगी बॉयफ्रेंड के साथ, खर्चा उठाए मेरा पति..’, पत्नी ने रखी अजीब डिमांड, हसबैंड भी इस जिद पर अड़ा

‘रहूंगी बॉयफ्रेंड के साथ, खर्चा उठाए मेरा पति..’, पत्नी ने रखी अजीब डिमांड, हसबैंड भी इस जिद पर अड़ा

यूपी के आगरा से अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां परिवार परामर्श केंद्र में एक पत्नी अपने पति संग पहुंची. पत्नी ने कहा कि वो अब अपने प्रेमी के साथ रहना चाहती है. लेकिन उसे पति से हर महीने का खर्च भी चाहिए. पति ने उसे खर्च देने से इनकार कर दिया है. पति का कहना है कि जब उसकी पत्नी अपने प्रेमी के साथ रह रही है तो उसका खर्च भी वही उठाए.

आजकल एक्सट्रामैरिटल अफेयर की खबरें आम हो गई हैं. चाहे पति हो या पत्नी, हमें कई केस ऐसे देखने को मिलते रहते हैं जहां शादी के बाद भी लोग किसी और से अफेयर चलाते हैं. इसी बीच ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के आगरा से भी सामने आया है. यहां एक पत्नी ने अपने पति से अजीब डिमांड की है. उसका कहना है कि वो अब उसके साथ नहीं रहना चाहती है. दोनों बेटियों को भी अपने साथ रखेगी और प्रेमी के साथ रहेगी. लेकिन खर्च पति को ही उठाना होगा.

पति की भी जिद है कि वो अपनी पत्नी को एक रुपये भी नहीं देगा अगर वो अपने प्रेमी के साथ रही तो. मामला परिवार परामर्श केंद्र जा पहुंचा. जब महिला ने यह बात काउंसर के सामने कही तो वो बी हैरान रह गए. उसने कहा- पति मेरा और दोनों बेटियों का सारा खर्च दे. मैं अपने बॉयफ्रेंड के साथ रहना चाहती हूं. लेकिन दोनों बेटियां पति से हुई हैं. इसलिए उनके खर्च की जिम्मेदारी पति की है.

इस पर पति ने कहा कि वो जब उसके साथ रहती ही नहीं है तो ऐसे में उसे खर्च भी क्यों दे. वो अगर प्रेमी के साथ रह रही है तो उसका खर्च भी वही उठाए. काउंसलर ने फिर पत्नी से पूछा कि तुम ऐसा क्यों कर रही हो? पत्नी ने कहा- पति अक्सर काम के सिलसिले में बाहर रहता है. वो मुझे वक्त नहीं दे पाता था. ऐसे में मैं अकेलापन महसूस करने लगी थी. इस दौरान मेरा बॉयफ्रेंड बन गया. लेकिन बॉयफ्रेंड भी पहले से शादीशुदा है. उसके भी बच्चे हैं. वो पहले से ही अपने परिवार का खर्च उठा रहा है. ऐसे में वो मेरा खर्च नहीं उठा सकता. मैं चाहती हूं कि मेरा और मेरी बेटियों का खर्च मेरा पति उठाए.

क्या बोले काउंसलर?

काउंसलर डॉ. अमित ने बताया कि दोनों की शादी के 10 साल हो चुके हैं. पत्नी हाथरस की रहने वाली है. उसका पति आगरा का रहने वाला है. पत्नी अब प्रेमी के साथ रहना चाहती है. लेकिन पति से हर महीने का खर्च भी मांग रही है. पति उसे खर्च नहीं देना चाहता. फिलहाल दोनों के बीच कोई समझौता नहीं हो पाया है. ऐसे में उन्हें दूसरी तारीख दे दी गई है. देखते हैं आगे मामले में क्या फैसला लिया जाता है.