बरेली ‘सामूहिक पलायन’ विवाद… जिस मुस्लिम महिला ने खरीदा मकान, अब उसे हिंदू परिवार को बेचेगी

बरेली ‘सामूहिक पलायन’ विवाद… जिस मुस्लिम महिला ने खरीदा मकान, अब उसे हिंदू परिवार को बेचेगी

मामला बरेली प्रशासन और पुलिस तक पहुंचा. अब दोनो समुदाय के लोगों ने इसका समाधान किया है. हिंदू समाज के विरोध को देखते हुए मकान खरीदने वाली महिला ने उसे बेचने का फैलसा लिया है. इस फैसले के बाद विवाद थम गया है. हिंदू समाज के लोगों ने अपने घरों के बाहर लगे सामूहिक पलायन के पोस्टर भी हटा दिया हैं.

उत्तर प्रदेश के बरेली में हिंदू बाहुल्य मोहल्ले में मुस्लिम महिला के मकान खरीदने पर समाज के लोग गुस्सा हो गए. उन्होंने दूसरे समुदाय की महिला को मकान बेचे जाने का विरोध किया. लोगों ने अपने घरों के बाहर ‘सामूहिक पलायन’ के पोस्टर चस्पा कर दिए. इस मामले को लेकर मकान खरीदने वाली महिला ने उसे हिंदू समाज को बेचने का फैसला किया है. मुस्लिम महिला का कहना है कि उन्होंने ये फैसला शहर में अमन कायम रहने के लिए लिया है.

बरेली के किला थाना क्षेत्र के पंजाबपुरा की वकीलों वाली गली में हिंदू समुदाय के लोगों की घनी आबादी है. यहां विशाल सक्सेना नाम के शख्स ने अपने मकान को एक मुस्लिम महिला को बेच दिया. इसका पता वहां रहने वाले लोगों को चला तो उन सभी ने हंगामा कर दिया. लोगों ने सामूहिक पलायन लिखे बैनर थामकर नारेबाजी कर मकान बेचे जाने का विरोध किया. साथ ही सामूहिक पलायन करने की चेतावनी दी. उन्होंने पूरे इलाके में पलायन के पोस्टर चस्पा कर दिए.

मकान खरीदने पर हिंदू समाज के लोगों का विरोध

स्थानीय निवासियों का कहना था कि उस गली में मुस्लिम समुदाय का एक भी मकान नहीं है. उनका कहना है कि विशाल सक्सेना ने अपना मकान मुस्लिम महिला को बेचकर माहौल खराब करने का प्रयास किया है. वह लोग किसी भी कीमत पर दूसरे समुदाय को यहां रहने नहीं देंगे. सूचना पर किला इंस्पेक्टर हरेंद्र सिंह ने विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझा कर शांत कराया था. प्रदर्शन करने वाले लोगों ने डीएम और एसएसपी से शिकायत की थी.

मुस्लिम महिला ने कहा ‘आपसी सौहार्द’ के लिए लिया फैसला

मकान खरीदने वाली मुस्लिम महिला शबनम ने शहर के आपसी सौहार्द को बनाए रखने के लिए खरीदा हुआ मकान बेचने का फैसला लिया है. महिला के भाई का कहना है कि हम बरेली के अमन को कायम रखना चाहते हैं, इसलिए हम इस मकान को अब हिंदू समुदाय के लोगो को बेच रहे हैं. हम दोनो समुदाय के लोग अमन से रहते आए हैं और आराम से रहना हैं. उन्होंने कहा है कि कोई भी हिंदू भाई इस मकान को खरीद सकता है. इस फैसले के बाद हिंदू समाज के लोगों ने अपने घरों से सामूहिक पलायन के पोस्टर हटा दिए हैं.