राम रहीम से चुनाव के लिए गीत बनवा रहे हैं खट्टर साहब…. स्वाति मालीवाल ने हरियाणा CM से पूछा सवाल
क्लिप को ट्विटर पर पोस्ट करते हुए मालीवाल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से पूछा कि क्या डेरा प्रमुख को उन्होंने अगले राज्य के चुनावों के लिए एक अभियान गीत बनाने का काम सौंपा है.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बलात्कार और हत्या के दोषी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह का एक वीडियो साझा किया है. साथ ही हरियाणा के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर निशाना साधा है. स्वाति मालीवाल द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में, डेरा प्रमुख को एक संगीतकार को एक धुन बजाने का निर्देश देते हुए और किसी अन्य व्यक्ति को इसे रिकॉर्ड करने के लिए कहते हुए देखा जा सकता है.
क्लिप को ट्विटर पर पोस्ट करते हुए मालीवाल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से पूछा कि क्या डेरा प्रमुख को उन्होंने अगले राज्य के चुनावों के लिए एक अभियान गीत बनाने का काम सौंपा है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि खट्टर साहब, क्या आप उनसे अपने अगले चुनाव के लिए प्रचार गीत बनाने के लिए कह रहे हैं
खट्टर साहब, कहीं आप इससे अपने अगले इलेक्शन का Campaign Song तो नहीं बनवा रहे ? pic.twitter.com/LiSCB4YH55
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) February 11, 2023
पैरोल पर है राम रहीम
बता दें पिछले महीने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को 40 दिन की पैरोल दी गई थी. डेरा प्रमुख को नवीनतम पैरोल, जो अपनी दो शिष्याओं के साथ बलात्कार के आरोप में 20 साल की जेल की सजा काट रहे हैं. डेरा प्रमुख, चार अन्य लोगों के साथ, डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या की साजिश रचने के लिए 2021 में भी दोषी ठहराया गया था. यही नहीं डेरा प्रमुख और तीन अन्य को 2019 में 16 साल पहले एक पत्रकार की हत्या के लिए दोषी ठहराया गया था.
कांग्रेस सांसद ने राम रहीम की पैरोल उठाए सवाल
गुरमीत राम रहीम सिंह को बार-बार पैरोल देने के लिए हरियाणा सरकार को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. बीते शुक्रवार को कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने लोकसभा में कहा था कि बलात्कार और हत्या के मामलों में जेल की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को पैरोल नहीं दी जानी चाहिए.
बिट्टू ने शून्यकाल के दौरान मामला उठाते हुए कहा, ”वह एक खतरनाक व्यक्ति हैं… हरियाणा सरकार उन्हें बार-बार रिहा कर रही है… उसके कारण पंजाब में अशांति है.उन्हें सलाखों के पीछे होना चाहिए और उसके लिए कोई पैरोल नहीं होनी चाहिए.”