बिहार: दलित लड़की की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन में पुलिस पर हमला, 17 आरोपी गिरफ्तार

बिहार: दलित लड़की की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन में पुलिस पर हमला, 17 आरोपी गिरफ्तार

मुजफ्फरपुर पुलिस ने गोल्डेन दास और अन्य 16 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें जातीय उन्माद-हिंसा फैलाने, कानून-व्यवस्था संबंधित समस्या उत्पन्न करने और पुलिस पर हमला के आरोप में 47 नामजद और 250 अज्ञात लोगों के खिालफ पारू थाने में मामला दर्ज किया गया है.

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में हाल में एक नाबालिग दलित लड़की की हत्या के खिलाफ जुलूस निकाल रहे प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ हुई झड़प के मामले में रविवार को 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इस बीच जिला पुलिस ने शनिवार को दलित नाबालिग लड़की की हत्या के मुख्य आरोपी फरार संजय राय की संपत्ति कुर्क की थी.

जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राकेश कुमार के कार्यालय की तरफ से रविवार को जारी किये गये एक बयान के अनुसार एक कथित नेता और औरंगाबाद जिले के नवीननगर थाना के दास मोहल्ला के गोल्डेन दास ने अपने समर्थकों के साथ पारू थानाक्षेत्र के नया टोला लालू छपरा में जातीय उन्माद और हिंसा फैलाने, तनाव पैदा करने और कानून व्यवस्था भंग करने का प्रयास किया था.

पुलिस टीम पर हमला

इस बयान के अनुसार गोल्डेन दास के समर्थकों और उपद्रवी तत्वों ने कुछ घरों और जगहों पर तोड़-फोड़ की है. घटनास्थल और मृतका के घर के आस-पास लगातार कैम्प कर रही पुलिस टीम ने काफी समझाया था. उसके बाद भी गोल्डेन दास और उसके समर्थकों ने पुलिस टीम पर भी हमला किया.

17 आरोपी गिरफ्तार

जानकारी के मुताबिक पुलिस ने गोल्डेन दास और अन्य 16 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें जातीय उन्माद-हिंसा फैलाने, कानून-व्यवस्था संबंधित समस्या उत्पन्न करने और पुलिस पर हमला के आरोप में 47 नामजद एवं 250 अज्ञात लोगों के खिालफ पारू थाने में मामला दर्ज किया गया है. मुजफ्फरपुर नगर के पुलिस अधीक्षक ने भी इस प्रकरण में आवश्यक जांच-पड़ताल की है.

मुख्य आरोपी की संपत्ति कुर्क

इस बीच जिला पुलिस ने शनिवार को दलित नाबालिग लड़की की हत्या के मुख्य आरोपी फरार संजय राय की संपत्ति कुर्क की. एसएसपी के अनुसार संजय राय के खिलाफ अदालत से वारंट हासिल किया गया था. संजय राय पर लड़की के परिवार के सदस्यों ने इस हफ्ते की शुरुआत में उसे घर से उठाने का आरोप लगाया था.

एसएसपी ने रविवार को कहा कि हमने राय के घर की दीवार पर एक अदालती नोटिस चिपका दिया था, जिसमें उसे शनिवार दोपहर तक आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया था. चूंकि उसने आत्मसमर्पण नहीं किया, इसलिए उसकी संपत्ति कुर्क कर ली गई. हमने एक तलाशी अभियान भी शुरू किया है और उम्मीद है कि उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

तालाब में मिला पीड़िता का शव

संजय राय पर आरोप है कि उसने लड़की के परिवार पर शादी करने के लिए दबाव डाला और कथित तौर पर 11 और 12 अगस्त की रात को पांच अन्य लोगों के साथ मिलकर उसका अपहरण कर लिया था. बाद में पारू थाना क्षेत्र में एक गांव के एक तालाब में पीड़िता का क्षत-विक्षत शव पाया गया था. उसके पैर बंधे हुए थे और उसके सिर, गर्दन और बाहों पर धारदार हथियार से वार किये जाने के निशान थे. पुलिस ने घटनास्थल से एक खुरपी (कृषि उपकरण) भी बरामद किया था.