कपूरथला हाउस रेड में क्या हुआ? FST ने छापे की हर एक जानकारी बताई

कपूरथला हाउस रेड में क्या हुआ? FST ने छापे की हर एक जानकारी बताई

दिल्ली चुनाव में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और पंजाब भवन तो चर्चा में थे ही, इस बीच भगवंत मान के आवास कपूरथला हाउस भी सुर्खियों में आ गया. दावा किया गया कि इलेक्शन कमीशन ने कपूरथला हाउस के हर कोने की जांच की है. इस दावे को लेकर चुनाव आयोग का जवाब सामने आया है. जिसमें हर सवाल का जवाब दिया गया है.

दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज है, चुनाव-प्रचार में महज कुछ ही दिनों का समय बचा हुआ है. दिल्ली चुनाव के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री, उनका घर और पंजाब भवन चर्चा में हैं. इलेक्शन कमीशन की तरफ से आज यानी कि गुरुवार को कपूर कपूरथला हाउस में रेड मारी थी. जिसके बाद भगवंत मान ने दावा किया था कि टीम उनके घर के हर एक कोने की जांच की है. इसके साथ ही कई अन्य आरोप भी लगाए गए. इन्हीं सब को लेकर अब डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन आफिस का स्पष्टीकरण सामने आया है.

डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन आफिस ने स्पष्टीकरण में कहा कि 30 जनवरी 2025 को दोपहर 3:40 बजे C-VIGIL शिकायत (आईडी नंबर 1282744) प्राप्त हुई. इसमें कपूरथला हाउस में नकदी बांटने का आरोप लगाया गया था. इस शिकायत की जांच के लिए AC-40 की FST कार्यकारी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में शाम 4:15 बजे कपूरथला हाउस पहुंची.

वहां पहुंचने पर एफएसटी ने अंदर जाने का अनुरोध किया, लेकिन सुरक्षा अधिकारियों ने यह कहते हुए अनुमति देने से इनकार कर दिया कि यह स्थान पंजाब के मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास है और उच्चाधिकारियों की स्वीकृति जरूरी है. कई बार अनुरोध करने के बावजूद जब टीम को प्रवेश नहीं मिला तो शाम 5:50 बजे एफएसटी ने तुगलक रोड थाना में काम में बाधा डालने की शिकायत दर्ज करवाई.

बंगले के कमरों में प्रवेश की अनुमति नहीं

डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन आफिस ने आगे बताया कि लंबे इंतजार के बाद, शाम 6:40 बजे FST टीम और अधिकारियों को केवल सिक्योरिटी प्वाइंट तक प्रवेश की अनुमति दी गई.

सुरक्षा कर्मियों ने एफएसटी टीम और अधिकारियों की तलाशी ली और बंगले के बाहरी हिस्से और लॉन की जांच की अनुमति दी, लेकिन बंगले के कमरे बंद थे और उनका निरीक्षण करने नहीं दिया गया.

उन्होंने बताया कि चूंकि बंगले के ज्यादातर कमरे बंद थे और पूरी तरह से जांच की अनुमति नहीं मिली, इसलिए टकराव से बचते हुए एफएसटी टीम बिना तलाशी लिए ही लौट गई. नतीजतन C-VIGIL शिकायत का समाधान नहीं हो सका, क्योंकि बंगले में प्रवेश प्रतिबंधित था.

दावों को बताया झूठा

चुनाव अधिकारी ने साप किया कि एफएसटी की तरफ से कपूरथला हाउस के हर कोने की जांच करने का दावा पूरी तरह झूठा है. ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है. रिटर्निंग ऑफिसर की रिपोर्ट भी इस बात की पुष्टि करती है कि टीम को बंद कमरों में प्रवेश ही नहीं करने दिया गया.

अधिकारी ने कहा कि हम सभी संबंधित पक्षों से अनुरोध करते हैं कि वे सत्यापित तथ्यों और आधिकारिक रिपोर्टों पर ही भरोसा करें, किसी भी प्रकार की अफवाहों और गलत सूचनाओं पर भरोसा करने से बचें.चुनावी शिकायत की जांच में बाधा डालना एक गंभीर विषय है, जिसकी रिपोर्ट संबंधित अधिकारियों को दी जा चुकी है.