नीतीश कुमार ने राजनीति की नई परिभाषा दी… बिहार के मुख्यमंत्री पर विपक्ष का वार

नीतीश कुमार ने राजनीति की नई परिभाषा दी… बिहार के मुख्यमंत्री पर विपक्ष का वार

बिहार में नीतीश कुमार की गुगली के बाद वो विपक्षी नेताओं के निशाने पर हैं. उनके इस कदम से उनकी जम कर आलोचना हो रही है. कुछ नेताओं का मानना है कि उनके इस फैसले से लोग अब नेताओं की बात पर विश्वास नहीं करेंगे, उन्होंने सबका भरोसा तोड़ा है.

बिहार में सियासी भूचाल लाने के बाद नीतीश कुमार ने 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है. सरकार के गठन के साथ मंत्रिपरिषद में शपथ लेने वालों मंत्रियों में जातीय अंकगणित को ध्यान में रखा गया लेकिन किसी मुस्लिम और महिला विधायक को जगह नहीं दी गई है. नीतीश कुमार ने आरजेडी के साथ-साथ इंडिया गठबंधन को भी झटक दे दिया है. अब विपक्ष के नेताओं ने नीतीश पर हमला तेज कर दिया है.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दोबारा NDA में शामिल होने पर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि नीतीश कुमार ने देश के लोगों को राजनीति की नई परिभाषा बताई है. जो कुछ बिहार में हो रहा है, उससे देश के लोग राजनीति में भरोसा करना छोड़ देंगे. उन्होंने कहा कि देश के लोगों का राजनीतिक दलों पर कोई भरोसा नहीं रहेगा. वे कोई भी बात करें, कोई भी वादा करें उनके वादों का कोई मतलब नहीं रह जाएगा.

वहीं सिलीगुड़ी में कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने कहा कि 23 तारीख को नीतीश कुमार ने पटना में बैठक बुलाई थी. सभी बैठकों में नीतीश कुमार मौजूद थे लेकिन उन्होंने कोई संकेत नहीं दिए. बिहार में कुछ ऐसे नेता है जो गिरगिट को भी कड़ी टक्कर देते हैं. पर ये अफसोस की बात है कि आखिरी समय में उन्होंने हमारा साथ छोड़ा. उन्होंने ये भी कहा कि सही समय पर बिहार की जनता नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री को जरूर जवाब देगी.

इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर नीतीश कुमार को बधाई दी और कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार राज्य के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी. मोदी ने भारतीय जनता पार्टी के नेता सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा को भी बधाई दी जिन्हें बिहार का उपमुख्यमंत्री बनाया गया है. प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि बिहार सरकार की नई टीम पूरे समर्पण भाव से राज्य के लोगों की सेवा करेगी.