लोन का लफड़ा नहीं पसंद? लीज पर खरीदें कार, इंश्योरेंस से लेकर सर्विस तक में मिलेगा बेनिफिट

लोन का लफड़ा नहीं पसंद? लीज पर खरीदें कार, इंश्योरेंस से लेकर सर्विस तक में मिलेगा बेनिफिट

यदि आप एक नई कार चलाना चाहते हैं और अपने मंथली खर्च को कम करना चाहते हैं, तो कार लीज एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है. आप अगर लीज और लोन दोनों में से किसी एक ऑप्शन चुनने को लेकर कन्फ्यूज हैं तो इस मामले को मारुति सेलेरियो के हिसाब से समझिए कि लोन या लीज कौन सा विकल्प ज्यादा किफायती है.

आज के दिनों में कार खरीदना हर किसी की चाह है और कारों की सेल भी बढ़ चुकी है. हालांकि अब भी कई लोग ऐसे हैं जो कार तो खरीदना चाहते हैं लेकिन डाउनपेमेंट, इंश्योरेंस, मेंटेनेंस और इंट्रेस्ट के खर्चे के डर से रुके हुए हैं. अगर आप भी इनमें से एक हैं तो हम ऐसा तरीका बता रहे हैं, जिसकी मदद से आप कम खर्चे और बिना झंझट आसान किश्तों में कार ले सकते हैं.

आप लोन की बजाय लीज पर कार खरीद सकते हैं. साथ ही लीज का ऑप्शन उन लोगों के लिए काम का है, जो आपकी कार से बहुत जल्दी बोर हो जाते हैं. और हर दो-तीन साल में कार बदल लेते हैं. ये ऐसा ऑप्शन है जिसमें कार का इस्तेमाल करने के बदले में आपको फिक्स मंथली फीस भरनी होगी. कार लीज पर लेने के लिए आपको इन बातों पर ध्यान देना होगा…

  • अपने बजट और जरूरतों को समझें. ये तय करें कि आप कितना पैसा खर्च करने के लिए तैयार हैं और आपको किस तरह की कार की जरूरत है.
  • कार डीलर या लीजिंग कंपनी से कॉन्टेक्ट करें. आपको कई अलग-अलग डीलर्स या लीजिंग कंपनियों से बात करनी चाहिए और उनके ऑफर्स की तुलना करनी चाहिए.
  • लीज कॉन्ट्रेक्ट पर साइन करें. एक बार जब आप एक डीलर या लीजिंग कंपनी से कॉन्ट्रेक्ट कर लेते हैं, तो आपको लीज कॉन्ट्रेक्ट पर साइन करने की जरूरत होगी.

कार लीज पर लेने के फायदे

  • लीज पर ली गई कार के लिए आपके मंथली पेमेंट आमतौर पर कार लोन की तुलना में कम होती हैं.
  • आपको कार खरीदने के लिए डाउन पेमेंट करने की जरूरत नहीं होती है.
  • आपको कार के मेंटेनेंस और रिपेयरिंग की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है.

कार लीज पर लेने के नुकसान

  • आप कार के मालिक नहीं होंगे.
  • आपको लीज पीरियड (कॉन्ट्रेक्ट) के अंत में कार वापस करनी होगी.
  • आपको कुछ एक्स्ट्रा कॉस्ट की पेमेंट करनी पड़ सकती है, जैसे कि डैमेज फीस और रेंज लिमिटेशन.

लोन और लीज में क्या है अंतर

  • जब आप लीज पर कार लेते हैं तो आपको हर महीने एक फिक्स चार्ज देना होता है, जबकि लोन की किश्तें बैंक इंट्रेस्ट रेट के हिसाब से घटती बढ़ती रहती हैं.
  • लीज की सब्स्क्रिप्शन फीस के अलावा आपको कोई चार्ज नहीं देना पड़ता है. इंश्योरेंस-मेंटेनेंस जैसी चीजें फिक्स सब्स्क्रिप्शन में शामिल होती हिन्. वहीं लोन पर ली हुई कार के लिए ये सारे खर्चे आपको अलग से उठाने पड़ते हैं.
  • लीज पर ली हुई कार पर आपको टैक्स बेनिफिट भी मिलता है. 5 साल तक आपकी गाड़ी की सर्विसिंग भी फ्री रहती है. वहीं लोन पर ली हुई कार के मामले में ऐसा नहीं है.

Maruti Celerio लीज या लोन पर, कौन सा ऑप्शन किफायती

मान लीजिए कि आप मारुति सुजुकी सेलेरियो लेना चाहते हैं लेकिन लीज और लोन में कौन सा ऑप्शन चुनें, इसे लेकर कन्फ्यूज हैं. यहां समझिए कौन सा विकल्प ज्यादा किफायती साबित होगा.

Maruti Celerio On Lease

Maruti Celerio On Lease

मारुति ऑफिशियल तौर पर लीज पर गाड़ियां देती है और इसकी वेबसाइट से EMI वाला ऑप्शन भी चुना जा सकता है. ऐसे में अगर सेलेरियो का खर्च निकाला जाए तो, CELERIO LXI 1L ISS MT मॉडल को 13,114 रुपये के मंथली सब्स्क्रिप्शन चार्ज पर लिया जा सकता है. इसमें तीन साल के लिए कार आपकी होगी. इसके फीस के अलावा आपको इंश्योरेंस, रोड-साइड असिस्टेंस और मेंटेनेंस चार्ज नहीं देना है. इस हिसाब से आपको तीन साल में कुल 4,72,104 रुपये खर्च करने हैं.

Maruti Celerio On Loan

Maruti Celerio On Loan

वहीं अगर आप इसे मॉडल को लोन देकर खरीदना चाह रहे हैं तो आपको पहले 1 लाख रुपये की डाउनपेमेंट देनी होगी. उसके बाद आपको तीन साल के हिसाब से 8% के इंटरेस्ट के हिसाब से हर महीने 15,567 रुपये की किश्त देनी होगी. इस हिसाब से आपको कुल 5,60,412 रुपये की EMI और 1 लाख रुपये की डाउनपेमेंट का खर्च देना होगा. यानी कुल 6.60 लाख रुपये का खर्च आएगा. और जब आप कार को सेल करेंगे तो उसकी रीसेल वैल्यू भी लगभग 1 से 1.50 लाख रुपये ही होगी.

कुल मिलाकर आपकी जैसी जरूरत है, उस हिसाब से आप लीज और लोन में से कोई एक ऑप्शन चुन सकते हैं.

नोट: मारुति सेलेरियो पर बताए गए लीज और लोन ऑप्शन मॉडल और लोकेशन के हिसाब से हैं. खबर लिखे जाने के बाद EMI और सब्स्क्रिप्शन वैल्यू कम या ज्यादा हो सकती है.