‘बुलडोजर मॉडल’ को क्यों अपनी उपलब्धि नहीं मानते हैं योगी आदित्यनाथ?

देशभर में बुलडोजर कार्रवाई को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. कई राज्यों में इस कार्रवाई का इस्तेमाल हुआ है, जिस पर विपक्ष सवाल उठा रहा है. एक इंटरव्यू के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुलडोजर कार्रवाई को समय आवश्यकता बताया है, जबकि अन्य नेताओं के अलग-अलग विचार हैं.
देशभर में बुलडोजर कार्रवाई को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. कई राज्यों में एक समय पर बुलडोजर कार्रवाई चर्चा में रही. इसको लेकर विपक्ष कई बार सवाल खड़े कर चुकी है. पिछले दिनों मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं बुलडोजर कार्रवाई का पक्षधर नहीं हूं. तो वहीं पंजाब के सीएम भगवंत मान ने साफ कहा कि वे बुलडोजर कार्रवाई आगे जारी रखेंगे. इस बीच सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ का बयान भी बुलडोजर कार्रवाई पर सामने आया है.
सीएम योगी आदित्यनाथ से हाल में पीटीआई के एक इंटरव्यू के दौरान पूछा गया कि बुलडोजर काफी चर्चा में है और एक तरह से आपका ही मॉडल है. जो कई बीजेपी शासित राज्यों में इस्तेमाल हुआ है. इसे आप अपनी उपलब्धि समझते हैं?
सीएम ने जवाब दिया कि ये कोई उपलब्धि नहीं है. ये यहां की आवश्यकता थी और उस आवश्यकता के अनुरूप हम लोगों को उचित लगा वो हमने किया. आज भी हम लोग जहां कहीं भी अतिक्रमण होता है, उसको खाली कराने के लिए उसी का इस्तेमाल होता है. बुलडोजर यह इर्फ्रासटर्चर को भी दे सकता है, इसके साथ ही अतिक्रमण को हटा भी सकता है. मुझे लगता है कि हम लोगों ने बुलडोजर का सही इस्तेमाल किया है.
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बुलडोजर एक्शन पर पंजाब सीएम का बयान
पिछले दिनों टीवी9 के व्हाट इंडिया थिंक्स टुडे समिट के दूसरे दिन पंजाब के सीएम भगवंत मान ने शिरकत की थी. इस दौरान उन्होंने बुलडोजर एक्शन पर खुलकर बात की. बुलडोजर एक्शन को लेकर सत्ता सम्मेलन में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पंजाब में बुलडोजर कार्रवाई जरूरी है. पंजाब में नशाखोरी धंधा करने वालों के घर तोड़कर न्याय कर रहा हूं. इलेक्टर फैसला करेंगे, सलेक्टर नहीं. कोर्ट में कई मामलों में सालों लग जाते हैं. 20 साल तक मुकदमे चलते हैं. कोर्ट ही नहीं सरकारें भी फैसला करती हैं. उन्होंने कहा कि ये एक तरह से न्याय ही हो रहा है, जो मैं पंजाब में कर रहा हूं.