Parenting Tips: क्या है हाइपर पेरेंटिंग ट्रेंड? इससे बच्चे कैसे हो रहे हैं प्रभावित

Parenting Tips: क्या है हाइपर पेरेंटिंग ट्रेंड? इससे बच्चे कैसे हो रहे हैं प्रभावित

Hyper Parenting: हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा जीवन में कुछ अच्छा करे. यही वजह है कि कई पेरेंट्स अपने बच्चे को थोड़ा ज्यादा कंट्रोल करने की कोशिश करते हैं. इससे बच्चा तनावपूर्ण महसूस कर सकता है. इसके साथ ही, पेरेंट्स और बच्चे के रिश्तों पर भी असर पड़ता है.

Hyper Parenting: कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों को थोड़ा ज्यादा कंट्रोल करके रखते हैं. उन्हें हर छोटी या बड़ी चीज पर ज्यादा समझाने की कोशिश करते हैं. लेकिन बार-बार ऐसा करने से बच्चे के स्वाभाव पर इसका असर देखने को मिलता है. इससे पेरेंट्स और बच्चे के रिश्ते पर प्रभाव पड़ सकता है. बच्चों में अपने माता-पिता के लेकर नेगेटिविटी आ जाती है.

साइकोलॉजिस्ट का कहना है कि कई बार इन सब चीजों की वजह से अक्सर बच्चे के आत्म-सम्मान और दूसरों के साथ अच्छे रिश्ते बनाने की उनकी क्षमता पर बुरा असर पड़ता है. आजकल ऐसा ही एक पेरेंटिंग स्टाइल खूब चर्चा में है, जिसे हाइपर पेरेंटिंग के नास से जाना जाता है. आइए जानते हैं इसके बारे में…

हाइपर पेरेंटिंग

दरअसल, ये एक तरह का पेरेंटिंग स्टाइल है- जिसमें माता-पिता अपने बच्चों की हर गलतियों और समस्याओं को हल करने की कोशिश करते हैं. जो माता-पिता इस तरह की पेरेंटिंग से प्रभावित होते हैं, वह चाहते हैं कि उनके बच्चे हर प्रयास में सर्वश्रेष्ठ रहें. लेकिन इस तरह की पेरेंटिंग में माता-पिता अपने बच्चों की किसी भी तरह की गलती को स्वीकार नहीं करते हैं.

बच्चों पर पड़ता है असर

इसका सबसे ज्यादा असर बच्चों पर देखने को मिलता है. उनके अंदर खुद फैसला लेने की क्षमता को विकसित नहीं हो पाती है. कई बार माता-पिता अपने बच्चों की गलतियां स्वीकार नहीं करते, जिसकी वजह से बच्चे भी समझ नहीं पाते हैं. आइए जानते हैं बच्चों पर होने वाले असर के बारे में…

तनाव: अगर आप भी अपने बच्चों पर हर चीज के लिए दबाव डालते हैं तो इससे बच्चे के मन पर असर पड़ेगा.इस तरह की पेरेंटिंग में पल रहे बच्चे तनावपूर्ण जीवन व्यतीत करते हैं.

माता-पिता को दुश्मन समझना: इस पेरेंटिंग स्टाइल से बच्चे अपने माता-पिता को हमेशा दुश्मन समझते हैं. यही चीज आगे भी चलती है और समय बीतने के साथ वह अपने पेरेंट्स से नफरत तक करने लग जाते हैं. इसके अलावा, हाइपर पेरेंटिंग की वजह से बच्चा हमेशा सहमा-सहमा सा रहता है.