आंध्र प्रदेशः सौतेली मां से सफेद शर्ट मांगना था इस मासूम का गुनाह, सच्चाई सुनकर पुलिस भी हैरान

आंध्र प्रदेशः सौतेली मां से सफेद शर्ट मांगना था इस मासूम का गुनाह, सच्चाई सुनकर पुलिस भी हैरान

पुलिस ने सौतेली मां लक्ष्मी को बुरे बर्ताव को न दोहराने की कड़ी चेतावनी दी और उससे एक लिखित वचन भी लिया कि वह लड़के के लिए तरह के कदम नहीं उठाएगी. इस दौरान परिवार के बड़े-बुजुर्ग भी शामिल थे.

दोस्त की बर्थडे पार्टी के लिए काफी उत्साह में था. जल्दी-जल्दी तैयार होने में जुटा था. पार्टी को इंजॉय करने की ख्वाहिशें पाल रखी थीं, लेकिन उसे क्या पता था कि चंद सेकंड में ये सब धरी रह जाएंगीं और उसे पुलिस स्टेशन का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा. उसका सिर्फ गुनाह इतना था उसने अपनी सौतेली मां से शर्ट मांग ली, जिसके बाद उसने ऐसा बर्ताव किया कि नाबालिग लड़का पूरी तरह से टूट गया.

दरअसल, मामला आंध्र प्रदेश के एलुरु शहर के कोथापेटा इलाके का है, जहां एक 11 साल का नाबालिग लड़का अपनी दोस्त की पार्टी में जाने के लिए तैयार हुआ. वह सफेद कलर की शर्ट पहनना चाहता था. उसने अपनी सौतेली मां लक्ष्मी (38) से कहा कि मां मुझे वह शर्ट पहनने के लिए दे दीजिए क्योंकि शर्ट प्रेस की हुई रखी है. लक्ष्मी ने साफ इनकार कर दिया कि वह शर्ट नहीं देने वाली. नाबालिग इस समय कक्षा 5 का विद्यार्थी है.

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नाराज लड़का पुलिस स्टेशन पहुंच गया. वह सिर्फ तौलिया लपेटे हुए था. पुलिस भी नहीं समझ पाई कि इतना छोटा बच्चा तौलिया लपेटकर थाने कैसे पहुंच गया. जब उसने बच्चे से पूछताछ की तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई. बच्चे की शिकायत पर पुलिस अब उसके परिवार के बारे में पूरी पड़ताल करने में जुट गई. पता चला कि बच्चे ये सौतेली मां है और पिता मल्लिकार्जुन राव (40) एक मजदूरी का काम करता है. उसकी पहली पत्नी की मौत हो चुकी है.

पुलिस ने पूरा बायोडाटा खंगालने के बाद लक्ष्मी को पुलिस स्टेशन बुलवाया. महिला ने बताया कि उसने अब बच्चे को शर्ट दे दी है, लेकिन पुलिस यहीं नहीं रुकी और वो पूछताछ करती रही. कुछ देर बाद लक्ष्मी राज उगलने लगी और बताने लग गई कि वह पहले भी लड़के के साथ बुरा व्यवहार कर चुकी है. उसने एक बार तो उसे गर्म रॉड से दाग दिया था.

सौतेली मां को पुलिस ने दिलवाई शपथ

पुलिस से अपनी हैवानियत की कहानी बयां करती हुई सौतेली मां कहने लग गई कि उसने बार बच्चे को बुरी तरह से पीटा था, जिसके बाद उसको अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ गया था. फिर उसका इलाज करवाया गया, जिसके बाद वह ठीक हुआ था. बाल क्रूरता के प्रति इस तरह का कृत्य सुनकर पुलिस भी हैरान थी. उसने लक्ष्मी को इस तरह के व्यवहार को न दोहराने की कड़ी चेतावनी दी और उससे एक लिखित वचन भी लिया कि वह लड़के के लिए तरह के कदम नहीं उठाएगी. इस दौरान परिवार के बड़े-बुजुर्ग भी शामिल थे.

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