फिलिस्तीन तो फिर भी ठीक, कश्मीर का तो अफगानिस्तान से भी ज्यादा बुरा हाल: महबूबा मुफ्ती
मुफ्ती ने कहा,जितना भी ये तंग करेंगे उतना ही वहां के लोग अपने सम्मान के लिए लड़ेंगे.विपक्ष के नेताओं से गुजारिश करते हुए मुफ्ती ने कहा कि आप खामोशी से सब कुछ मत देखिए.
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि दिल्ली की दूरी इतनी बढ़ गई है कि हमे अपनी तकलीफे सुनाने यहां आना पड़ता है. बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी को जो बहुमत मिला है उससे ये संविधान को बुल्डोज कर रहे हैं. मुफ्ती ने कहा कि 370 हटाया, मीडिया पर पाबंदी, न्यायपालिका पर अंकुश ये सब हो रहा है. अभी अगर आप कश्मीर जाएंगे तो वो आपको अफगानिस्तान जैसा लगेगा क्योंकि वहां बुलडोजर लगे हैं. लोगों को अतिक्रमण के नाम पर जबरन निकाला जा रहा.
उन्होंने कहा कि 370 हटाकर हमारी पहचान, रोजगार सब खत्म हुए हैं. जम्मू कश्मीर ऐसा राज्य था जहां लोग सड़कों पर नहीं सोते थे, सब के सर पर छत था लेकिन आजकल एनक्रोचमेंट ड्राइव के नाम पर सब उजाड़ा जा रहा है. जम्मू कश्मीर में अब जो हो रहा है वो एक्सट्रीम है. उन्होंने आगे कहा कि जम्मू कश्मीर में अपने लोगों की जमीनें ले ली गई और जो घोटाले बाज है उनको 45 हजार हेक्टयर जमीन दी गई.बीजेपी को हिंसा सूट करती है.
BJP weaponised their brute majority to bulldoze constitution of the country, they’ve weaponised media to crush voice of dissent & judiciary as well: PDP chief Mehbooba Mufti pic.twitter.com/xwM3D4eHmJ
— ANI (@ANI) February 6, 2023
विपक्ष के नेताओं से की ये गुजारिश
मुफ्ती ने कहा कि जितना भी ये तंग करेंगे उतना ही वहां के लोग अपने सम्मान के लिए लड़ेंगे. विपक्ष के नेताओं से गुजारिश करते हुए मुफ्ती ने कहा कि आप खामोशी से सब कुछ मत देखिए, आवाज उठाइये. महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर की तुलना फिलिस्तीन और इजरायल से की फिलिस्तीन की हालत तो फिर भी ठीक है लेकिन कश्मीर में तो अफगानिस्तान से भी बुरा हाल है
अवैध अतिक्रमण गिराया जा रहा है
उन्होंने कहा कि बीजेपी one country one religion one language की बात कर रही है. बता दें कि जम्मू-कश्मीर में जम्मू जिले में अवैध अतिक्रमण को हटाया जा रहा है. जिसको लेकर विपक्ष लगातार अभियान चला रही है. बता दे शानिवार को जेसीबी मशीनें राज्य की भूमि पर अवैध बने ढांचों को गिरा रही हैं.