पाकिस्तान की हरकत ने किया इतना मजबूर, Not Out होकर भी पवेलियन लौटा महान खिलाड़ी

पाकिस्तान की हरकत ने किया इतना मजबूर, Not Out होकर भी पवेलियन लौटा महान खिलाड़ी

पाकिस्तान को जीत के लिए अर्जुन रणतुंगा को आउट करना जरूरी थी. मौका भी बना, मगर वो बच गए और अंपायर ने उन्हें नॉट आउट दिया, मगर इसके बाद तो पाकिस्तानी फील्डर्स ने हद पार कर दी

नई दिल्ली.बात 27 फरवरी 1986 की है, यानी आज से ठीक 37 पहले की, जब श्रीलंका की टीम पाकिस्तान के खिलाफ पहला टेस्ट मैच बचाने के लिए संघर्ष कर रही थी. श्रीलंकाई टीम पहली पारी 109 रन पर ही सिमट गई थी. इसके बाद पाकिस्तान भी अपनी पहली पारी में 230 रन पर ही आउट हो गया. श्रीलंका की टीम दूसरी पारी खेलने मैदान पर उतरी. टीम की हालत खराब थी. आखिरी दिन श्रीलंका ने 80 रन पर ही 7 विकेट गंवा दिए थे.

अर्जुन रणतुंगा हार टालने की कोशिश कर रहे थे. वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान को जीत के लिए बस कुछ विकेट और चाहिए थे. सबसे बड़ा विकेट तो रणतुंगा का ही था, जो दीवार बनकर क्रीज पर खड़े हो गए थे. इसी बीच पाकिस्तान की शर्मनाक हरकत के चलते रणतुंगा पवेलियन लौट गए.

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पाकिस्तान की हद पार

दरअसल हुआ ये कि शॉर्ट लेग पर रमीज राजा ने रणतुंगा के खिलाफ बैट पैड कैच अपील की. रणतुंगा को नॉट आउट करार दिया गया. पाकिस्तान किसी भी हालत में उन्हें पवेलियन भेजना चाहता था. इसके बाद रणतुंगा के पास खड़े पाकिस्तानी फील्डर्स ने उनके साथ गलत व्यवहार करना शुरू कर दिया. श्रीलंकाई स्टार ने अंपायर से पाकिस्तान के व्यवहार की शिकायत की और फिर चले गए.

आधे घंटे के लिए खेल सस्पेंड

इस बवाल की वजह से करीब आंधे घंटे के लिए खेल का सस्पेंड कर दिया गया. इसके बाद मैच शुरू हुआ और श्रीलंका की दूसरी पारी 101 रन पर सिमट गई. इसी के साथ पाकिस्तान ने पारी और 20 रन के अंतर से पहला टेस्ट मैच जीत लिया. इस जीत के बावजूद दुनियाभर में पाकिस्तान की जमकर आलोचना हई. पाकिस्तान के तत्कालीन कप्तान इमरान खान ने रणतुंगा के साथ हुए व्यवहार पर सफाई देते हुए कहा था कि उनके प्लेयर्स को लगा की रणतुंगा को चले जाना चाहिए था.

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