राजस्थान सरकार दे रही फ्री हवाई यात्रा का ऑफर… जाना-रहना और खाना, सबका खर्चा उठाएगी

राजस्थान सरकार दे रही फ्री हवाई यात्रा का ऑफर… जाना-रहना और खाना, सबका खर्चा उठाएगी

राजस्थान सरकार ने बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा कराने के लिए वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा की शुरुआत की थी, इसके यात्रा के लिए 2024 का आवेदन करने की अंतिम तिथि 19 सितंबर है. कौन इस यात्रा में जा सकता है, साथ इस यात्रा में कहां-कहां की यात्राएं की जा सकती हैं, जानते हैं इसकी पूरी डिटेल्स के बारे में...

राजस्थान सरकारी की तरफ से 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्रा कराए जाएगी. वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा-2024 के लिए आवेदन भी शुरू कर दिए गए हैं. इस तीर्थ यात्रा में ट्रेन और हवाई दोनों तरह से सफर करने की सुविधा रहेगी. इस यात्रा को 30 हजार यात्री ट्रेन से और 600 यात्री हवाई रास्ते से पूरा कर सकेंगे. बुजुर्ग पति-पत्नी भी सरकार की इस योजना का लाभ उठा सकेंगे. 19 सितंबर इस योजना के लिए अप्लाई करने की लास्ट डेट है. इस योजना का लाभ सिर्फ वही बुजुर्ग उठा सकेंगे जो राजस्थान के मूल निवासी होंगे. इस यात्रा के लिए जाना, रहना, खाना सभी का खर्च सरकार उठाएगी. यानि ये सुविधा तीर्थ यात्रियों के लिए पूरी तरह से फ्री होगी.

इस योजना के लिए 2013 में ट्रेन से सफर की सुविधा दी गई थी, तो वहीं 2016 से हवाई सफर को भी इसमें जोड़ दिया गया. इस योजना के पीछे सरकार का उद्देश्य है कि वो पूरे जीवन काल में राजस्थान के रहने वाले बुजुर्गों को योजना में शामिल किए गए स्थानों का सफर कराया जा सके. इसमें देश और विदेश दोनों ही स्थानों के तीर्थस्थल शामिल हैं.

कहां-कहां की जा सकेंगी यात्राएं?

इस योजना के जरिए यात्रा पर जाने वाले बुजुर्ग ट्रेन से रामेश्वरम-मदुरई, जगन्नाथपुरी, तिरुपति, जगन्नाथपुरी-सोमनाथ, वैष्णोदेवी-अमृतसर, प्रयागराज-वाराणसी, मथुरा-वृंदावन, बरसाना, सम्मेदशिखर-पावापुरी-बैद्यनाथ, उज्जैन-ओंमकारेश्वर-त्रयंबकेश्वर, गंगासागर, कामाख्या, हरिद्वार-ऋषिकेश-अयोध्या, मथुरा-अयोध्या, बिहार-शरीफ, वेलकानी चर्च (तमिलनाडु) जा सकेंगे. हवाई यात्रा के जरिए नेपाल के पशुपतिनाथ और काठमांडु का दर्शन किया जा सकेगा.

कौन लोग कर सकेंगे यात्रा?

वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना 2024 का लाभ उठाने के लिए यात्री राजस्थान का मूल निवासी होना चाहिए. यात्री का जन्म 1 अप्रैल 1964 से पहले का होना चाहिए, यानि जिन बुजुर्गों की उम्र 60 साल या उससे ज्यादा होगी वो ही यात्रा के लिए अप्लाई कर सकेंगे. आवेदन करने वाले यात्रियों में से कोई भी आयकर दाता न हो. इस यात्रा को करने के दौरान अप्लाई करने से पहले एक स्वयं घोषणा वाला पत्र देना होगा, जिसमें उन्हें ये बताना होगा कि वो इस तरह की यात्रा पहले नहीं की है, तभी इस योजना के लिए अप्लाई कर सकेंगे.

लॉटरी के जरिए चुना जाएगा

इस यात्रा के लिए बुजुर्गों का चुनाव लॉटरी सिस्टम से किया जाएगा. लाटरी सिस्टम के जरिए, जिसने भी इस यात्रा को पहले पूरा कर लिया होगा वो इस बार की यात्रा में पात्र नहीं होगा. साथ ही खुद से भी इस यात्रा को पूरा करने के लिए चुनाव करने की सुविधा नहीं रहेगी. अगर किसी यात्री ने इसके लिए अप्लाई किया है, लेकिन वो यात्रा करने के लिए दिए गए नियमों के अनुसार पात्र नहीं है तो यात्रियों की संख्या कम होने की स्थिति में अपात्र यात्रियों को मौका दिया जाएगा.

कैसे कर सकते हैं अप्लाई?

इस यात्रा में जाने के लिए देवस्थान विभाग के पोर्टल पर दिए गए लिंक पर जाकर अप्लाई किया जा सकेगा. इस यात्रा के लिए आवेदनों को ऑनलाइन ही अप्लाई किया जा सकेगा. अप्लाई करने वाले बुजुर्गों के पास उनका आधार कार्ड होना जरूरी है. आवेदन के दौरान अपनी पसंद के तीर्थ स्थलों का चुनाव करने का ऑप्शन भी दिया गया है, अपनी पंसद और सुविधा के अनुसार दिए गए तीर्थ स्थलों पर यात्रा कर सकते हैं.