कासगंज हादसा: आंसू, दहाड़ और चित्कार लेकर आया शनिवार, ट्रैक्टर ट्रॉली हादसे से गांव कसा की दर्दनाक दास्तान
शनिवार को कासगंज जिले के थाना दरियावगंज-पटियाली मार्ग पर ग्राम गरहाई के पास हुए ट्रैक्टर ट्रॉली हादसे में मृतकों की संख्या 24 बताई जा रही है. ट्रैक्टर-ट्रॉली में 54 लोग सवार थे. इनमें सबसे ज्यादा एटा जिले के थाना जैथरा के गांव कसा के 46 लोग मौजूद थे. ये सभी कादरगंज घाट पर गंगा स्नान के लिए जा रहे थे. हादसे के बाद गांव में कोहराम मचा हुआ है.
सुबह में सूरज की लालिमा के साथ खुशी… मंगल गीत… जयकारे… कुछ ही देर में आंसू… दहाड़… और चित्कारों में बदल गए. यह उस बदनसीब गांव की दिल दहला देने वाली दास्तान है जहां करीब 50 परिवार और इनके लगभग 300 लोग रहते हैं. यह गांव है उत्तर प्रदेश के एटा जिला के जैथरा थाना इलाके का नगला कसा. गांव का हर शख्स बदहवाश है. महिलाएं दहाड़े मारकर चीख रहीं हैं. इन चीखों की गूंज गांव के बाहर तक गूंज रही है. नजारा गमगीन है. वजह है, कासगंज जिले में ट्रैक्टर ट्रॉली के तालाब में गिरने से हुए हादसे में 24 लोगों की मौत. ट्रैक्टर-ट्रॉली में 54 लोग सवार थे. इनमें सबसे ज्यादा 46 लोग कसा गांव के शामिल थे.
शनिवार की सुबह कसा गांव में खुशियां लेकर आई थी. भोर की पहली किरण के फूटते ही गांव के सभी घरों के दरवाजे खुल गए थे और तैयारियां शुरू हो गईं थीं. अधिकतर घरों के लोग पवित्र गंगा में डुबकी लगाने के लिए जल्दी-जल्दी तैयार हो रहे थे. महिलाएं ढ़ोल और मंजीरों के साथ मंगल गीत गा रहीं थीं. गंगा मैया में पवित्र डुबकी लगाने के लिए बच्चों में भी उत्सुकता थी.
नजदीक के गांव से आया ट्रैक्टर, हंसी-खुशी सवार हुए लोग
नजदीक के गांव रोरी का रहने वाला राहुल ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर आता है. एक-एक कर ट्रॉली में लोग सवार होने लगते हैं. महिलाएं और युवतियां ट्रॉली पर चढ़कर बैठने के लिए जल्दी-जल्दी अपनी जगह घेरती हैं. बच्चों को नीचे से उचका-उचकाकर ट्रॉली पर चढ़ाया जाता है. खूब हंसी ठिठोली होती है. फिर ट्रैक्टर पर पुरुष अपनी जगह बना लेते हैं, कुछ ट्रॉली पर खड़े हो जाते हैं तो कुछ ट्रैक्टर की सीट पर. ट्रैक्टर-ट्रॉली पर कसा गांव के 46, गांव रोरी से चालक सहित 4, गांव बनार और खिरिया से 2-2 लोग यानी कुल 54 लोग सवार होते है.
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54 श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर गिरी तालाब में
घड़ी की सुइयों के मुताबिक सुबह करीब 9 बजे गांव के बाकी बचे लोग हंसी-खुशी सभी को विदा करते हैं. गांव की पतली सड़क से धूल उड़ाता हुआ ट्रैक्टर अपने स्थान के लिए रवाना हो जाता है. श्रद्धालुओं को ले जाने वाले वाहन को गांव से 35 किलोमीटर दूर कासगंज जिला होते हुए कादरगंज गंगाघाट पर पहुंचना है. करीब डेढ़ घंटे बाद साढ़े 10 बजे ट्रैक्टर जैसे ही कासगंज की पटियाली तहसील के दरियावगंज मार्ग पर पहुंचा तभी बड़ा हादसा हो गया. अचानक 54 श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर सड़क किनारे तालाब में गिर गया.
24 की हुई मौत, खबर मिलते ही गांव में छाया मातम, मची चीख पुकार
गहरे और दलदलनुमा तालाब में ट्रैक्टर धंसता चला जा रहा था. उसमे सवार लोग बचने के लिए छटपटा रहे थे. काल के गाल में 24 लोग दम तोड़ देते हैं. बाकी लोगों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया. जैसे ही यह मनहूस खबर गांव कसा में पहुंची तो वहां मातम छा गया. गांव के हर घर से रोने चीखने की आवाजे आ रही थी. फोन बजने लगे. पल-पल बढ़ती मृतकों की संख्या को सुन गांव वालों के दिल बैठने लगे. गांव के पुरुष आनन-फानन में घटनास्थल की ओर निकल पड़े. स्थानीय मीडियाकर्मी दिलीप सिंह कहते हैं, ‘गांव में हर ओर गम और मातम का माहौल है. गांव में घुसते ही महिलाओं की चित्कारें दिल को हिला देने वाली हैं. हर घर के बाहर रोना-चीखना मचा हुआ है.’
डीएम, एसएसपी पहुंचे गांव, दिया मदद का आश्वासन
कासगंज जिला के थाना दरियावगंज-पटियाली मार्ग पर ग्राम गरहाई के पास ट्रैक्टर ट्राली पलटने से हुए हादसे की खबर मिलते ही एटा जिले के अधिकारी गांव कसा पहुंचे. एटा जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह, एसएसपी राजेश कुमार सिंह ने गांव में जाकर घटना की जानकारी ली. उन्होंने शोकाकुल ग्रामीणों से बातचीत कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया. इस बीच जिलाधिकारी ने तहसीलदार को मृतकों के सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सड़क दुर्घटना में मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. CM ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि देने का निर्देश दिया है.