बीजेपी का आंख, नाक और कान, गाजियाबाद-कोलकाता में 126 विस्तारकों को दी गई ट्रेनिंग
बीजेपी ने गाजियाबाद में देश के उत्तर क्षेत्र के 9 राज्यों के करीब 126 लोकसभा सीटों के विस्तारकों की ट्रेनिंग दी है. जिन राज्यों के विस्तारक ट्रेनिंग सेशन में शामिल हुए उनमें उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, चंड़ीगढ़, पंजाब, लद्दाख़, दिल्ली, उत्तराखंड के विस्तारक शामिल हैं. आइए जानते हैं कि विस्तारकों की टीम बीजेपी के लिए क्या काम करेगी?
लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी को धार देने के लिए बीजेपी ने प्रशिक्षित विस्तारकों की फौज उतारने की कवायद तेज कर दी है. बीजेपी अब अपने मजबूत और जीते हुए लोकसभा सीटों पर भी अपने विस्तारकों को भेज 2024 लोकसभा चुनाव फतह करने में जुट गई है. इसके लिए बकायदा बीजेपी के शीर्ष नेताओं द्वारा वर्कशॉप आयोजित कर ट्रेनिंग देने का काम शुरू हो गया है. इस क्रम में 30 और 31 अक्टूबर को दो दिनों तक चलने वाली विस्तारकों की ट्रेनिंग सेशन गाजियाबाद (साहिबाबाद) के कृष्णा इंजीनरिंग कॉलेज में रखा गया.
बीजेपी के लिए ये विस्तारक पार्टी के आंख, नाक और कान होते हैं, जो पार्टी के मंडल, जिला, राज्य के नेताओं के साथ साथ बीजेपी की केंद्रीय नेताओं के डायरेक्ट संपर्क में होंगे. पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को देश के कोने कोने के लोकसभा क्षेत्र से रोज बरोज सीधे संपर्क और जमीनी फीडबैक, चुनावी तैयारियों की असलियत, लोगों की जनप्रतिनिधि से शिकायत, लोकल स्तर के नेताओं की ज्वाइनिंग, चुनाव प्रबंधन, प्रचार प्रसार की रणनीति से लेकर पन्ना प्रमुख और पन्ना समिति जैसे कार्यकर्ताओं से रेगुलर संपर्क इनके प्रमुख काम होते हैं. एक तरह से चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी के लिए “वन टच सॉल्यूशन” के तौर पर काम करते हैं.
सोमवार को हुई विस्तारकों की बैठक में बीजेपी के संगठन महामंत्री बीएल संतोष, महासचिव सुनील बंसल, यूपी के पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने विस्तारकों को चुनाव जीतने के गुर सिखाए. पार्टी के एक नेता ने बताया कि गाजियाबाद में ट्रेनिंग सेशन के दौरान बीजेपी के विस्तारको को कुछ महत्वपूर्ण काम सौंपा गया है.
विस्तारकों को दिया गया टास्क
मिली जानकारी के मुताबिक, इन विस्तारकों से कहा गया है कि केंद्रीय योजना का विस्तार करना है, खुद से लाभान्वित की सूची और रिकॉर्ड तैयार करना है और जमीन पर लगातार संपर्क बनाए रखना है. अब भी योजनाओं से लाभार्थी को जोड़ते रहना है. जो भी पोटेंशियल कैंडिडेट यानि लाभार्थी बनने योग्य व्यक्ति मिले उसको तुरंत लाभ पहुंचाना है. मसलन ऐसी व्यवस्था करना है कि आठ-दस परिवारों का भी यदि कोई छोटा गांव या टोला है तो वहा भी कोई न कोई लाभार्थी मौजूद मिले.
विस्तारकों को ये भी कहा गया है कि अपने-अपने क्षेत्र में जाकर अनवरत कार्यकर्ता विस्तार का काम करना है यानि नए लोगों को पार्टी से जोड़ना है. विस्तारकों को कहा गया है कि अपने अपने क्षेत्र में वैसे लोगों को भी चिन्हित करना है जो पार्टी के साथ तो जुड़ा हुआ है और वो पार्टी का वफादार वोटर भी है लेकिन वो किसी दूसरे से बीजेपी को वोट करने के लिए प्रेरित नहीं करता. अब विस्तारकों को वैसे व्यक्ति की पहचान कर उनको कन्विंस कर वोटर जोड़ने के काम में लगाना है.
ट्रेनिंग के दौरान विस्तारकों को समाज के बुजुर्ग लोगो को जोड़ने पर भी बल देने को कहा गया है. विस्तारकों को ट्रेनिंग में बताया गया कि ऐसे बुजुर्ग और युवा लोग जो गांव या अपने घर पर रहते हों और पीएम मोदी के कामों से उत्साहित हों या बीजेपी की नीतियों से प्रभावित दिखें वैसे बुजुर्ग और युवकों को पार्टी का कुछ न कुछ काम देकर पार्टी के साथ तुरंत जोड़ लेना है.
विस्तारकों को ये भी कहा गया है कि अपना बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय स्थापित करना है और उनके साथ निरंतर बैठक करते रहना है. इस क्रम में कहा गया है कि विस्तारकों को संगठन के निचली इकाई पन्ना प्रमुख और बूथ अध्यक्ष तक के साथ लगातार समन्वय बनाना है. साथ ही, स्थानीय जनप्रतिनिधियों को साथ भी समन्वय के साथ साथ जिला, मंडल, शक्तिकेंद्र, बूथ और पन्ना कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय बनाकर पार्टी की नीतियों को रेगुलर नीचे तक पहुंचाना है. नवनियुक्त विस्तारकों से कहा गया है कि सभी वर्ग की महिलाओं के बीच गहरी पैठ बनाना है.
इतना ही नहीं विस्तारकों से कहा गया है कि वैसे लोगों से भी संपर्क साधना है जो भले ही बीजेपी विरोधी लगते हों लेकिन वो किसी अन्य राजनैतिक दल से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जुड़े ना हों. ऐसे लोगों को पार्टी फोल्ड में लाने का हर संभव प्रयास करना है. विस्तारकों से इस काम के पन्ना प्रमुख की मदद लेने को भी कहा गया है.
गाजियाबाद में 126 विस्तारकों को दी गई ट्रेनिंग
एक तरफ जहां गाजियाबाद में उत्तरी क्षेत्र के बहाल किए गए 126 विस्तारकों को प्रशिक्षित किया गया वहीं दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल में भी पूर्वी राज्यों के विस्तारकों का प्रशिक्षण वर्ग आयोजित किया गया. कोलकाता में बंगाल के अलावा बिहार, ओडिसा, असम, झारखंड और नॉर्थ ईस्ट के सभी राज्यों के नवनियुक्त विस्तारकों का प्रशिक्षण शिविर लगाया गया. कोलकाता में विस्तारकों की ट्रेनिग सेशन बीजेपी के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश के नेतृत्व में आयोजित किया गया।
जीत की दृष्टि से कमजोर देशभर के करीब 160 सीटों पर बीजेपी ने करीब एक साल पहले ही विस्तारक बहाल कर दिए थे. अब अपने मजबूत पकड़ वाले सभी सीटों पर भी विस्तारकों की फौज लगाकर बीजेपी पूरी तरह से चुनावी तैयारी में खुद को दो कदम आगे रखना चाहती है. बीजेपी विस्तारक योजना का काम पार्टी के महासचिव सुनील बंसल देख रहे हैं, जिन्होंने 1 नवंबर तक समूचे देश में लोकसभा विस्तारकों का चुनाव और प्रशिक्षण का लक्ष्य रखा था. लोकसभा विस्तारकों की ट्रेनिग के बाद बीजेपी पूरे देश में विधानसभा स्तर पर भी विस्तारकों की नियुक्ति और ट्रेनिंग 1 जनवरी से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा है.
कैसे काम करती है बीजेपी की विस्तारक समिति?
सभी प्रांतों में लोकसभा और विधानसभा विस्तारकों के बेहतर संचालन के लिए प्रदेश स्तर पर तीन से चार नेताओं की एक समिति बनाई गई है. ये सभी लोकसभा और विधानसभा विस्तारक राज्यों में बनाई गई विस्तारक समिति को रिपोर्ट करेंगे. राज्यों की विस्तारक समितियां बीजेपी की केंद्रीय विस्तारक टीम को रिपोर्ट करेंगी. बीजेपी की केंद्रीय विस्तारक योजना टीम में कुल 10 नेता नियुक्त किए गए हैं. बीजेपी के इन 10 केंद्रीय नेताओं के बीच समूचे देश के राज्यों का काम बंटा हुआ है. इसके संयोजक यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और सह संयोजक बिहार के संगठन मंत्री भिखू भाई दलसानिया और दिल्ली के नेता राजकुमार शर्मा है. ये पूरी टीम पार्टी महासचिव सुनील बंसल को रिपोर्ट करती है.