Personality Development: क्या है SWOT Analysis, जो बच्चों ही नहीं बड़ों के लिए भी जरूरी
SWOT Analysis: इस शब्द को 1960 के दशक में अल्बर्ट हम्फ्री द्वारा बनाया गया था. यह एक थ्योरी है. जिसे जान लेने से आपकी पर्सनैलिटी में एक अलग तरह का बदलाव देखने को मिलेगा.
हमारी कामयाबी में पर्सनैलिटी का अहम योगदान है. हमारे जेस्चर और पोस्चर हमारे व्यक्तित्व के बारे में बताते हैं. लेकिन इन दोनों के अलावा भी ऐसी कई चीजें हैं, जो हमारी निजी और प्रोफेशनल डेवलेपमेंट के लिए जरूरी हैं. इन्हीं में से एक है SWOT Analysis. इसके बारे में बेहद कम लोग जानते हैं, लेकिन ये बेहद काम की चीज है.
SWOT Analysis को 4 भागों में बांटा गया है. S– Strength, W– Weakness, O– Opportunities और T– Threat. अगर आप बार-बार नाकामयाब हो रहे हैं, तो इस विश्लेषण को जरूर करें.
सबसे पहले एक ब्लैंक पेपर पर आप अपनी Strength यानी ताकत के बारे में लिखिए. उसके बाद अपनी Weakness के बारे में बेझिझक लिखिए. फिर Opportunities यानी अवसरो के बारे में लिखें. आखिर में आप Threat यानी अपने डर के बारे में लिखें.
ऐसा करने से आपको अपनी कमजोरियों और डर के बारे में पता चलेगा ही लेकिन इसके साथ आप अपने अंदर की ताकत भी पहचानेंगे. जब आपको अपने बारे में पता होगा तभी आपकी पर्सनैलिटी में विकास होगा. बता दें कि स्टूडेंट्स से लेकर मैनेजमेंट में जॉब करने वाले लोग भी इस विश्लेषण को कर सकते हैं.