अनोखी भक्ति! प्राइवेट पार्ट काटकर शिवलिंग पर चढ़ाया, मंदिर में जुटी भीड़
सीतापुर जिले के महमूदाबाद कोतवाली के बहरौली गांव में शनिवार सुबह सुबह एक शख्स ने धारदार हथियार से अपना ही प्राइवेट पार्ट काट दिया. इसके बाद उसने अपने 15 वर्षीय बेटे के हाथों कटे हुए पार्ट को गांव में बने श्री जागेश्वर महादेव मंदिर में चढ़ाने के लिए भेज दिया.
उत्तर प्रदेश के सीतापुर से एक अनोखा मामला सामने आया, जहां एक अधेड़ ने भगवान शिव के मंदिर में अपना प्राइवेट पार्ट काट कर चढ़ा दिया. इस घटना के बाद से गांव में हड़कंप मच गया और मंदिर में लोगों की भारी भीड़ जुट गई. वहीं मंदिर में लोगों ने हर-हर शंभू के नारे लगाए. अधेड़ की हालात नाजुक बताई जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, महमूदाबाद कोतवाली बहरौली गांव की है, जहां शनिवार सुबह सुबह ग्राम बहरौली निवासी बिहारी लाल (50) ने धारदार हथियार से अपना ही प्राइवेट पार्ट काट दिया. इसके बाद उसने अपने 15 वर्षीय बेटे के हाथों इस कटे हुए पार्ट को गांव में बने श्री जागेश्वर महादेव मंदिर में चढ़ाने के लिए भेज दिया. बेटे ने कटे हुए प्राइवेट पार्ट को शिवलिंग पर चढ़ा दिया और वापस घर लौट आया. उसके बाद बिहारी लाल खून से लथपथ पड़ा रहा.
प्राइवेट पार्ट काटकर मंदिर में चढ़ाया
बिहारी लाल के बेटे ने बताया उसके पिता ने अपना प्राइवेट पार्ट उसको भगवान के मंदिर में चढ़ाने के लिए था. ग्रामीणों को जब सूचना मिली तो ग्रामीण मंदिर पहुंचे. मंदिर में काफी भीड़ भी लग गईं. ग्रामीण काफी डर गए और मंदिर में जोर-जोर से ॐ नमः शिवाय का जप करने लगे. प्राइवेट पार्ट काटकर चढ़ाने की चर्चा पूरे गांव मे फैल गई. लोग तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं. प्राइवेट पार्ट चढ़ाने वाला अधेड़ मानसिक रूप से बीमार बताया जा रहा है. फिलहाल उसका इलाज सीतापुर जिला अस्पताल में चल रहा है.
पत्नी ने बताया सच
बिहारी लाल की पत्नी आशा देवी ने कहा कि जब सुबह बिहारी लाल को उठकर नहाने को कहा तो उन्होंने मना कर दिया. बोले मुझे मंदिर ले चलो. परिजन उन्हें मंदिर ले गए, जहां पूजा करने के बाद वापस घर ले आए. कुछ देर बाद बिहारी लाल की तबीयत ज्यादा खराब होने लगी और वह बोलने में असमर्थ हो गए. पत्नी ने अस्पताल चलने को कहा तो बिहारी लाल ने इनकार कर दिया और मंदिर ले चलने की बात कही. परिजन जबरन उसे अस्पताल ले गए, तब जाकर प्राइवेट पार्ट के कटे होने का पता चला.
शख्स की हालत नाजुक
बिहारी लाल की पत्नी आशा देवी ने बताया कि बिहारी लाल की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. अंध विश्वास पर भरोसा करते हैं, अपने मन का काम करते हैं. कई दिनों से मंदिर जा रहे हैं. फिलहाल तबीयत खराब होने के कारण अब तक बिहारी लाल से घटना की पूरी जानकारी नहीं मिल सकी है. बताते है बिहारी लाल के 5 बच्चे भी हैं.