पत्नी की हुई मौत… मृत शरीर के पास कई दिनों तक बैठा रहा पति, बदबू आने पर जान पाए लोग

पत्नी की हुई मौत… मृत शरीर के पास कई दिनों तक बैठा रहा पति, बदबू आने पर जान पाए लोग

पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के जागछा इलाके में एक दिल दहलाने वाली घटना घटी है. वृद्ध पति अपनी मृत पत्नी के शव के पास कई दिनों तक बैठा रहा. जब बदबू फैली तो लोगों को जानकारी मिली.

पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के जगाछा में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आयी है. अकेला रहने वाला वृद्ध पति अपनी मृत पत्नी के सड़ते शरीर के पास कई दिनों तक बैठा रहा. जब स्थानीय लोगों को घर से बदबू आने लगी, तो पुलिस को इसकी सूचना दी गयी. पुलिस ने दमकल कर्मियों से सूचना मिलने के बाद शव को बरामद किया. यह घटना शनिवार सुबह हावड़ा के जगाछा में हुई. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही पुलिस स्थानीय लोगों से भी पूछताछ कर रही है. इस घटना के बाद लोग आवाक हैं.

शनिवार सुबह दमकल के अधिकारी जगाछा थाने के नंदीपाड़ा इलाके के रहने वाले तुषार चक्रवर्ती के घर गए. उन्होंने बार-बार फोन किया, लेकिन मकान मालिक का कोई जवाब नहीं मिला. उन्हें लगा कि घर से दुर्गंध आ रही है. इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी.

कई दिनों से अपनी पत्नी के मृत शरीर के पास बैठा रहा पति

जगाछा थाने के पुलिस सूत्रों के मुताबिक घर में घुसने के बाद तुषार घर के फर्श पर बैठा दिखा. बगल में उनकी पत्नी तापथी चक्रवर्ती (67) का सड़ा-गला शव पड़ा था. स्थानीय निवासियों के अनुसार, तापती बीमार थी.तुषार और ताप्ती की एक ही बेटी है जो मुंबई में रहती है. तुषार के घर से थोड़ी दूर उसका भाई निहारकांति चक्रवर्ती रहता है. उन्होंने कहा, “मैं जितना हो सकता था अपने दादा के संपर्क में रहता था, लेकिन 4-5 दिन कोई खबर नहीं मिल रही थी. एक बार पहले जब मैं आया तो दादा ने घर के अंदर से आवाज लगाई लेकिन दरवाजा नहीं खोला. अभी जो मेरी समझ में आ रहा है, उसे कुछ दिन पहले ही आ जाना चाहिए था. पुलिस को तब सूचित किया जाना चाहिए था.”

बदबू फैली तो मिली जानकारी, बेटी भी रहती है मुंबई में

स्थानीय सूत्रों के अनुसार पति-पत्नी दोनों बीमार थे. तुषार बाबू मानसिक रूप से बीमार हैं. उनकी इकलौती बेटी की शादी हो चुकी है. वह मुंबई में रहती हैं. तुषारबाबू के भाई निहारकांति चक्रवर्ती ने कहा, रोज आना संभव नहीं था. मैं कुछ दिन पहले आया था, लेकिन किसी ने दरवाजा नहीं खोला, लेकिन तब भी मुझे समझ नहीं आया कि कुछ हुआ होगा. मैं भी बूढ़ा हूं. ट्रैक रखना हमेशा संभव नहीं होता है. उनकी बेटी भी ट्रैक नहीं रखती है. आज मैंने ऐसी घटना के बारे में सुना है.” बता दें कि कुछ दिन पहले हावड़ा में इसी तरह की घटना घटी थी, जिसमें वृद्ध पांच से अपनी पत्नी के मृत शरीर के पास बैठा था.