जम्मू कश्मीर की नई तस्वीर, थिएटर ने जमाए पैर, रोज़गार को भी रफ्तार
ऐसे कलाकार जो पिछले कई वर्षों से बिना काम के बैठे थे उनको रोजगार के मौके मिल रहे हैं. जिसे वो एक नई सुबह के तौर पर देख रहे हैं. इन स्थानीय कलाकारों का कहना है की पहली बार अंतर्राष्ट्रीय थिएटर शो श्रीनगर में हो रहा है. जहां पर स्थानीय कलाकारों को एक मंच दिया गया है.
जम्मू-कश्मीर में कला और संस्कृति को प्रोत्साहन देने के लिए कश्मीरी थिएटर को फिर से पुनर्जीवित किया जा रहा है. जम्मू कश्मीर में नए कलाकारों के लिए थिएटर की नई तकनीक सीखने के साथ-साथ कई रंगमंच के प्रोग्राम आयोजित किए जा रहे हैं. जिसमें नए उभरते कलाकारों को थिएटर की दुनिया से जोड़ने का अमल शुरू किया जा रहा है.
श्रीनगर में National School of Drama(NSD) के माध्यम से भारत रंग महा उत्सव पहला अंतरराष्ट्रीय रंग महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें देश-विदेश के थिएटर से जुड़े लोग अपना टैलेंट दिखाते हुए श्रीनगर के टैगोर हॉल में नजर आए. इन कलाकारों ने कई रंगमंच के प्रोग्राम पेश किए. वहीं स्थानीय कलाकारों को भी यहां एक मंच दिया गया. ऐसे में कई ऐसे कलाकार जो पिछले कई वर्षों से बिना काम के बैठे थे उनको रोजगार के मौके मिल रहे हैं.
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नए कलाकारों को सुनहरा मौका
कलाकारों ने कई रंगमंच के प्रोग्राम पेश किए. वहीं स्थानीय कलाकारों को भी यहां एक मंच दिया गया. ऐसे में कई ऐसे कलाकार जो पिछले कई वर्षों से बिना काम के बैठे थे उनको रोजगार के मौके मिल रहे हैं. जिसे वो एक नई सुबह के तौर पर देख रहे हैं. इन स्थानीय कलाकारों का कहना है की पहली बार अंतर्राष्ट्रीय थिएटर शो श्रीनगर में हो रहा है. जहां पर स्थानीय कलाकारों को एक मंच दिया गया है. इस महोत्सव से उनके लिए रोजगार के साधन पैदा हो रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर में कला की कोई कमी नहीं
इस कार्यक्रम में देश भर के कलाकारों ने हिस्सा लिया. दिल्ली, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश,असम, महाराष्ट्र , इटली, से भी यहां आए कलाकारों ने अपना अनुभव बताया. उन्होनें कहा- जम्मू कश्मीर में कला की कोई कमी नहीं है. यहां के स्थानीय कलाकार बहुत ही लाजवाब है. उन्होंने कहा की जम्मू कश्मीर जो पिछले कई वर्षों से थिएटर से दूर रहा है, अब एक नई दिशा की ओर बढ़ रहा हैं.
जम्मू-कश्मीर की नई सुबह
जम्मू कश्मीर खाड़ी एंड विलेज इंडस्ट्रीज की चेयरपर्सन डॉक्टर हिना शफी भट्ट ने कहा कि यह एक नई शुरुआत है. जहां पर अंतरराष्ट्रीय रंगमंच के कार्यक्रमों के साथ-साथ थियेटर शो श्रीनगर में किए जा रहे हैं. यह यहां के स्थानीय कलाकारों के साथ-साथ नए कलाकारों को भी अपनी ओर प्रेरित करेंगे. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में नए कलाकारों को भी मौके दिए जा रहे हैं और यहीं कश्मीर की नई सुबह की तस्वीर है. जहां न सिर्फ श्रीनगर बल्कि देश भर से लोग शामिल हुए. साथ ही घाटी के दूर-दराज इलाकों में भी थिएटर खोले जा रहे हैं.