अचानक उठा पेट और सीने में दर्द…अस्पताल में पड़ा रहा युवक का शव; परिवार ने लगाए इस पर आरोप
उत्तर प्रदेश के कानपुर के लाजपत राय अस्पताल में एक युवक का शव पांच घंटे तक इमरजेंसी में पड़ा रहा. इस दौरान मृतक के परिवार वालों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा काटा. परिवार वालों ने अस्पताल के डॉक्टर और बहू पर आरोप लगाए हैं. फिलहाल मामला मीडिया में आने के बाद अस्पताल के सीनियर अधिकारियों की ओर से मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के आदेश दे दिए गए हैं.
उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक युवक का शव पांच घंटों तक अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पड़ा रहा . मृतक के परिवार ने अस्पताल के डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है. साथ ही मृतक की मां ने मृतक बेटे की पत्नी पर बेटे को कुछ मिलाकर खिलाने का भी आरोप लगाया है, जिसके बाद बेटे की हालत बिगड़ी थी. मृतक के परिवार वालों ने घटना पर पुलिस में शिकायत कर दी है. वहीं मामला सुर्खियों में आने के बाद अस्पताल के स्टाफ की तरफ से शव के पोस्टमार्टम के लिए आदेश दे दिए गए हैं.
यह पूरी घटना कानपुर के लाला लाजपत राय अस्पताल की है. कानपुर के पास ही बिठूर में मनोज निषाद अपने परिवार के साथ रहते था. 21 फरवरी की सुबह मनोज के पेट और सीने में अचानक दर्द उठने लगा. मनोज सांसे भी नहीं ले पा रहा था. इसके बाद परिवार वाले उसे लेकर करीब 10 बजे कानपुर के कार्डियोलॉजी अस्पताल लेकर पहुंच गए. कार्डियोलॉजी अस्पताल ले जाने पर वहां के डॉक्टरों ने मनोज की हालत गंभीर बताते हुए लाजपत राय अस्पताल रेफर कर दिया, जिसके बाद सुबह के करीब करीब 11 बजे मनोज के परिजन उन्हें लाजपत राय अस्पताल लेकर आ गए.
मां ने लगाए आरोप
वहां पहुंचते ही अस्पताल के डॉक्टरों ने मनोज को मृत घोषित कर दिया. इस दौरान मृतक का शव अस्पताल के इमरजेंसी में लगभग पांच घंटों तक पड़ा रहा. बेटे की मौत पर मृतक मनोज की मां ने मौके पर मौजूद इमरजेंसी मेडिकल डॉक्टर पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं. उनके मुताबिक, मामले की जानकारी मिलते ही मृतक बेटे को इमरजेंसी वार्ड में लेकर जांच करनी चाहिए थी. लेकिन बावजूद इसके मनोज का शव पांच घंटों तक इमरजेंसी में ऐसी ही पड़ा रहा. इसके अलावा मनोज की मां ने अपनी बहू यानि मनोज की पत्नी को भी बेटे की मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाए हैं. मृतक की मां ने कहा है कि बहू ने मृतक बेटे मनोज को मिलाकर कुछ खिलाया था, जिसके बाद उसकी तबियत अचानक बिगड़ गई थी.
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पोस्टमार्टम के लिए भेजा शव
इस पूरी घटना के बाद अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया. इसी दौरान लाजपत राय अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के डॉक्टर अनुराग सामने आए. उनका कहना है कि मनोज कार्डियोलॉजी अस्पताल से ही मृत आया था. वहीं मनोज के परिवार वाले इंसाफ की गुहार लगाने के लिए पुलिस थाने के चक्कर लगाते रहे लेकिन 21 फरवरी की शाम 5 बजे तक भी कोई फैसला नहीं हो सका. इसके बाद मामला मीडिया में आने के बाद अस्पताल के उच्च अधिकारियों की ओर से शव के पोस्टमार्टम के लिए आदेश दिए गए हैं.