अखिलेश के जवाब पर विचार कर रही CBI, क्या फिर भेजेगी समन?
उत्तर प्रदेश के अवैध खनन मामले की जांच सीबीआई कर रही है. सीबीआई इस मामले में बतौर गवाह राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से पूछताछ करना चाह रही थी मगर अखिलेश ने सीबीआई को जवाब लिख कर अपनी कुछ चिंताएं जाहिर की.
लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष के लिए एक नहीं कई मुसीबत है. कहां तो उन्हें लोकसभा चुनाव को लेकर तैयाारी में जुटना था मगर कई राज्यों में विपक्षी नेता जांच एजेंसियों के मुकदमे झेल रहे हैं. इस कड़ी में ताजा नाम अखिलेश यादव का जुड़ा जब ईडी ने उनको बतौर गवाह पूछताछ के लिए समन भेजा मगर अखिलेश हाजिर नहीं हुए, बदले में एक जवाब भेज दिया.
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक अखिलेश यादव ने कल सीबीआई को जो जवाब दिया है, उसपर जांच एजेंसी विचार कर रही है. अखिलेश ने अपने जवाब में समन को राजनीति से प्रेरित बताते हुए लखनऊ में पूछताछ या फिर वीडियो कांफ्रेसिंग से पूछताछ के लिए सीबीआई को लिखा था. इसी पर सीबीआई विचार कर रही है. अवैध खनन मामले में 2019 में एफआईआर दर्ज हुई थी और गवाह के तौर पर अखिलेश को समन भेजा गया.
क्या है पूरा मामला?
सीबीआई अखिलेश के जवाब पर विचार करके आगे तय करेगी नया समन कब देना है. जानकारी के मुताबिक, अभी नया समन जारी नही किया गया है. नया सम जारी करके ही सीबीआई अखिलेश यादव को पूछताछ के लिए बुलाएगी. सीबीआई ने अखिलेश यादव की सरकार के दौरान के अधिकारियों से इस मामले में पूछताछ की है. इस मामले में जांच इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक आदेश के बाद हो रही है.
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अखिलेश यादव ही के पास तब माइनिंग पोर्टफोलियो हुआ करता था. अखिलेश ने बतौर इस महकमे का जिम्मा देखते हुए 14 लाइसेंस इश्यू किए. आरोप हैं किइनमें से 13 लाइसेंस एक ही दिन जारी हुए और ये बिना किसी ई टेंडरिंग की प्रक्रिया के जारी किए गए थे. अखिलेश यादव की ही सरकार 2012 में ई-टेंडरिंग की पॉलिसी लेकर आई थी. इसी पॉलिसी का उल्लंघन कहा गया था. ऐसे में, अखिलेश यादव को पूछताछ के लिए ईडी ने दिल्ली दफ्तर बुलाया जिस पर अखिलेश ने अपनी चिंताओं से ईडी को वाकिफ कराया.