MCD सदन में क्यों भिड़े AAP-BJP पार्षद, जानें हर सवाल का जवाब

MCD सदन में क्यों भिड़े AAP-BJP पार्षद, जानें हर सवाल का जवाब

नगर निकाय की स्थाई समिति के छह सदस्यों के चुनाव के लिए शुक्रवार सुबह मतदान हुआ था.

दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) सदन में शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पार्षदों के बीच मारपीट हो गई. लड़ाई तब शुरू हुई जब मेयर शैली ओबेरॉय ने स्टैंडिंग कमेटीके छह सदस्यों के चुनाव में एक वोट को अवैध घोषित कर दिया. नगर निकाय की स्थाई समिति के छह सदस्यों के चुनाव के लिए शुक्रवार तड़के मतदान हुआ. बीजेपी ने मेयर पर पक्षपात का आरोप लगाया और वोटों की गिनती में बाधा डाली, वहीं ओबेरॉय ने जोर देकर कहा कि रिजल्ट अवैध वोट के बिना घोषित किया जाएगा.

बीजेपी ने मेयर पर पक्षपात का आरोप लगाया और वोटों की गिनती में बाधा डाली, वहीं ओबेरॉय ने जोर देकर कहा कि रिजल्ट अवैध वोट के बिना घोषित किया जाएगा. करीब सवा 11 बजे मतदान शुरू हुआ. ओबेरॉय ने बूथ क्षेत्र में मोबाइल फोन ले जाने पर रोक लगा दी.

ये एक वोट क्यों था इतना जरूरी?

बीजेपी के लिए यह एक वोट काफी जरूरी था, जो उम्मीदवार के भाग्य का फैसला कर सकता है. बीजेपी ने आम आदमी पार्टी (आप) के मेयर पर जानबूझ कर वोट अवैध घोषित करने का आरोप लगाया है. एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक एक बीजेपी पार्षद ने कहा, ”वे जानबूझ कर ऐसा कर रहे हैं.” हमारे नगरपालिका सचिव कह रहे हैं कि यह अवैध नहीं है लेकिन वे उनकी बात नहीं सुन रहे हैं. यह वोट उनके उम्मीदवार को जीतने में मदद करेगा और हमारा हार जाएगा. यह लड़ाई का मूल कारण है. ”

चुनाव के लिए कौन-कौन उम्मीदवार?

दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय के आदेश पर एमसीडी की स्थायी समिति के छह सदस्यों का चुनाव करने के लिए फिर से मतदान हो रहा है. मतदान करीब 11.15 बजे शुरू हुआ. बीजेपी ने पैनल के छह सदस्यों के चुनाव के लिए नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की थी. स्थायी समिति के छह सदस्यों के लिए सात प्रत्याशी मैदान में हैं. ‘आप’ ने आमिल मलिक (श्री राम कॉलोनी वार्ड), रमिंदर कौर (फतेह नगर वार्ड), मोहिनी जीनवाल (सुंदर नगरी वार्ड) और सारिका चौधरी (दरियागंज वार्ड) को उम्मीदवार बनाया है. कमलजीत सहरावत (द्वारका-बी वार्ड) और पंकज लूथरा (झिलमिल वार्ड) बीजेपी के उम्मीदवार हैं. निर्दलीय पार्षद गजेंद्र सिंह दराल, जो बाद में बीजेपी में शामिल हो गए, भी उम्मीदवार हैं.

MCD सदन में आज क्या-क्या हुआ?

मेयर ने जैसे ही एक वोट को अवैध घोषित किया वैसे ही सदन में कोहराम मच गया. नारेबाजी के बीच दोनों पक्षों के पार्षदों ने एक दूसरे को घूसे, लात, थप्पड़ मारे और धक्का मुक्की की. कुछ पार्षदों के कुर्ते तक फटे नजर आए. इनमें से एक गिर भी गया. बीजेपी ने इस महीने की शुरुआत में नगर निकाय का चुनाव जीतने वाली आप पर एमसीडी हाउस को मनमर्जी से चलाने का आरोप लगाया. आप नेता आतिशी ने पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी ने आज गुंडागर्दी का एक और सबूत दे दिया. उनके नेताओं ने मेयर पर हमला किया, एक महिला, जिसे अपनी जान बचाने के लिए एमसीडी हाउस से भागना पड़ा