राजू पाल कौन थे? जिन पर दिनदहाड़े बरसीं गोलियां, अब इकलौते गवाह की भी हत्या

राजू पाल कौन थे? जिन पर दिनदहाड़े बरसीं गोलियां, अब इकलौते गवाह की भी हत्या

Raju Pal Murder Case: डॉक्टरों ने राजू पाल के शरीर से डेढ़ दर्जन से अधिक गोलियां निकाली थी. इस घटना में संदीप यादव और देवीलाल की भी मौत हो गई थी. शादी के नौ दिन बाद ही उनकी मौत हो गई थी.

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले का राजू पाल हत्या कांड एक बार फिर चर्चा में है. इस मामले के प्रमुख गवाह उमेश पाल को शुक्रवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस घटना के बाद से यूपी की सियासत में एक बार फिर हड़कंप मंच गया है. क्योंकि राजू पाल की भी उत्तर प्रदेश की सियासत में बड़ी पकड़ थी. आईये जानते राजू पाल कौन थे? जिनकी बाहुबली नेता अतीक अहमद से दुश्मनी को लेकर उनकी हत्या कर दी गई थी.

साल 2005 में जनवरी के महीने में बसपा विधायक राजू पाल की प्रयागराज (इलाहाबाद) में हत्या की गई थी. 25 जनवरी, 2005 को दिनदहाड़े राजू पाल की हत्या से पूरे प्रदेश में सनसनी फैल गई थी. बसपा विधायक राजू पाल दोपहर 3 बजे के करीब क्वालिस गाड़ी से कहीं जा रहे थे, तभी अज्ञात बदमाशों ने उनकी गाड़ी के सामने आकर अंधाधुंध फायरिंग कर दी.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार क्वालिस चला रहे राजू पाल के साथ वाली सीट पर उनके साथ की पत्नी रुखसाना बैठी हुई थी. गाड़ी में संदीप यादव व देवीलाल भी गाड़ी में बैठे हुए थे. सामने से आई गाड़ी में सवार बदमाशों ने तब तक राजू पाल पर गोलियां चलाईं जब तक वह बेसुध होकर सीट पर गिर नहीं गए.

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इसके बाद राजू पाल को घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों ने राजू पाल के शरीर से डेढ़ दर्जन से अधिक गोलियां निकाली थी. इस घटना में संदीप यादव और देवीलाल की भी मौत हो गई थी. शादी के नौ दिन बाद ही उनकी मौत हो गई थी.

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माना जाता है कि यह हत्याकांड अतीक अहमद के ईशारे पर हुआ था. इस मामले पर अतीक अहमद, उनके भाई अशरफ व 3 अन्य के खिलाफ कई मामलों में मामला दर्ज है.

उमेश पाल और गनर की गई जान

बता दें कि राजू पाल हत्या कांड मामले में शुक्रवार को प्रयागराज में गोलीबारी की घटना हुई है. इस मामले के प्रमुख गवाह उमेश पाल और गनर की जान चली गई. घटना उमेश पाल के घर के बाहर हुई . परिजन धूमनगंज थाना में तहरीर दे रहे हैं. जिसके आधार पर कार्यवाही की जाएगी. इस मामले पर पुलिस आयुक्त ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए आठ से दस टीम लगा दी गई हैं और ये टीम अलग अलग जगह गई हैं. उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पता लगाया जा रहा है कि हमलावर कितनी संख्या में थे.

(भाषा इनपुट के साथ)