4 लाख रिश्वत लेते AAP विधायक का PA अरेस्ट, BJP बोली- आप का ‘पाप’ बेनकाब

4 लाख रिश्वत लेते AAP विधायक का PA अरेस्ट, BJP बोली- आप का ‘पाप’ बेनकाब

आम आदमी पार्टी के विधायक अमित रतन कोटफत्ता से विजिलेंस टीम पूछताछ कर रही है. हालांकि, उन्होंने रेशम गर्ग को PA मानने से इनकार कर दिया है. बताया जा रहा है कि विधायक की भी गिरफ्तारी हो सकती है.

पंजाब के बठिंडा में विजिलेंस टीम ने आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अमित रतन के निजी सहायक रेशम गर्ग को बठिंडा सर्किट हाउस से कथित रूप से 4 लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया. इस मामले में विधायक अमित रतन कोटफत्ता से भी पूछताछ की जा रही है. अभी अधिकारिक गिरफ्तारी नहीं हुई है. उनकी गाड़ी से घूस के पैसे मिलने के बाद से ही बठिंडा सर्किट हाउस में जबरदस्त ड्रामा हो रहा है.

वहीं, विधायक ने रेशम गर्ग नाम के अपने पीए से किसी भी तरह के संबंध होने से इंकार कर दिया है. हालांकि पैसे विधायक की गाड़ी से ही बरामद हुए हैं. इसी वजह से विधायक से भी पूछताछ चल रही है लेकिन फिलहाल विधायक के कथित पीए रेशम गर्ग को विजिलेंस ने गिरफ्तार कर लिया है.

आप का ‘पाप’ बेनकाब

बीजेपी नेता शहहाज पूनावाला ने भगवंत मान सरकार पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘एक बार फिर आप का ‘पाप’ बेनकाब हो गया है. कई मंत्रियों के बाद भ्रष्टाचार में फंसे अब बठिंडा का विधायक रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया! दिल्ली में भी आप ने भ्रष्टाचार के नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं. वे ‘ब्रष्टाचार रत्न’ के पात्र हैं !! अब विक्टिम कार्ड का इंतजार करें.’

पंजाब BJP ने भगवंत मान पर साधा निशाना

पंजाब बीजेपी नेता राज कुमार वेरका आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी के विधायक अमित रतन कोटफत्ता की गाड़ी से घूस के चार लाख बरामद होने के बावजूद विधायक को अभी भी भटिंडा के सर्किट हाउस में बिठा कर रखा गया है और उनकी गिरफ्तारी नहीं की गई है. राज कुमार वेरका ने कहा कि ये करप्शन को लेकर भगवंत मान सरकार की कथनी और करनी में फर्क दिखाता है.

गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस ब्यूरो ने क्या कहा?

गिरफ्तारी के बाद पंजाब विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने मामले की पूरी जानकारी दी. उन्होंने कहा, ‘आप विधायक का पीए रेशन गर्ग पटियाला के समाना का रहने वाला है. बठिंडा जिले के संगत ब्लॉक के गुहा गांव की सरपंच सीमा रानी के पति प्रितपल कुमार की शिकायत के आधार पर गर्ग को गिरफ्तार किया गया है.’

प्रवक्ता ने आगे कहा, 25 लाख के सरकारी फंड को रिलीज करने के लिए गर्ग ने सीमा से 5 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी. मगर उन्होंने 5 लाख घूस देने से मना कर दिया. इस मामले में शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने 50 हजार की रिश्वत पहले ही ले थी. बाकी पैसों की डिमांड कर रहे थे.’

उन्होंने आगे बताया, ‘प्रारंभिक जांच के बाद विजीलैंस ब्यूरो ने जाल बिछाया और शिकायतकर्ता से दूसरी किस्त के रूप में 4 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान दो अधिकारी भी मौजूद थे. आरोपियों के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो थाना बठिंडा में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.