दिल्ली आबकारी नीति केस में एक और गिरफ्तारी, ED ने गोवा से पकड़ा
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने नीति के निर्माण और कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की सिफारिश की थी. बाद में ईडी ने एंडी मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत एक मामला दर्ज किया था.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में एडवोकेट विनोद चौहान नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. ईडी ने इस मामले में यह 18वीं गिरफ्तारी की है. विनोद चौहान पर साउथ ग्रुप की दी गई रिश्वत की राशि गोवा विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) के प्रचार अभियान के लिए हस्तांतरित करने का आरोप है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उनकी पार्टी के सहयोगी और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता और कई शराब व्यवसायियों और अन्य को संघीय एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किया गया है. ईडी ने कविता की गिरफ्तारी के संबंध में अदालत के समक्ष पेश किए गए एक आधिकारिक दस्तावेज में चौहान की कथित भूमिका का उल्लेख किया था.
ये है मामला
एजेंसी ने दावा किया, के कविता के स्टाफ के एक सदस्य से पता चला कि उसने अभिषेक बोइनपल्ली के निर्देश पर आरोपी दिनेश अरोड़ा के कार्यालय से नकदी से भरे दो भारी बैग एकत्र किए और विनोद चौहान को दिए. बाद में उसने नई दिल्ली के टोडापुर, नारायणा के पास एक पते से नकदी से भरे दो ऐसे बैग एकत्र किए और फिर से इसे विनोद चौहान को सौंप दिया.
सीबीआई से जांच की सिफारिश
यह मामला 2021-22 के लिए दिल्ली सरकार की आबकारी नीति को तैयार करने और क्रियान्वित करने में कथित भ्रष्टाचार और धनशोधन से संबंधित है. इस नीति को बाद में रद्द कर दिया गया था. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने नीति के निर्माण और कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की सिफारिश की थी. बाद में ईडी ने एंडी मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत एक मामला दर्ज किया था.