धनबाद में BJP विधायक के बेटे ने जहर खाकर दी जान, 22 महीने से कोमा में हैं पिता

धनबाद में BJP विधायक के बेटे ने जहर खाकर दी जान, 22 महीने से कोमा में हैं पिता

विधायक पुत्र की ओर से उठाए गए खौफनाक कदम के कारण पूरा परिवार और झारखंड भाजपा के तमाम नेता पदाधिकारी शोक में डूबे हुए हैं. सभी लोग पीड़ित परिवार को ढांढस बांधते हुए देखे गए.

झारखंड के धनबाद के सिंदरी विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक इंद्रजीत महतो के 27 वर्षीय इंजीनियर पुत्र विवेक कुमार महतो ने जहर खा ली. जहर खाने के बाद विवेक को आनन-फानन में रांची के सिल्ली स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां स्थिति बिगड़ने पर उसे देर शाम रांची के मेडिका अस्पताल में शिफ्ट किया गया. इलाज के क्रम में विवेक की मौत हो गई . युवक के शव का पोस्टमार्टम रांची के रिम्स अस्पताल में कराया गया. घटना बीते रविवार की देर रात की है.

विधायक पुत्र द्वारा उठाए गए खौफनाक कदम के कारण पूरा परिवार और झारखंड भाजपा के तमाम नेता पदाधिकारी शोक में डूबे हुए हैं , सभी लोग पीड़ित परिवार को ढांढस बांधते हुए देखे गए. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, कांके विधायक समरी लाल , विधायक मथुरा प्रसाद महतो सहित कई बड़े नेता पदाधिकारी रिम्स अस्पताल पहुंचे थे. रिम्स अस्पताल में विधायक पुत्र के शव का पोस्टमार्टम कराने के उपरांत उसके पार्थिव शरीर को अंत्येष्टि के लिए धनबाद के सिंदरी ले जाया गया है .

पिता अस्पताल में हैं भर्ती

बता दें कि सिंदरी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक इंद्रजीत महतो कि अप्रैल 2021 में कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के कारण उन्हें बेहतर इलाज के लिए एअरलिफ्ट कर हैदराबाद के अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां पिछले 2 सालों से वह इलाजरत हैं . वह लगभग 22 महीने से कोमा में हैं.

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

एक तरफ हैदराबाद के अस्पताल में विधायक पिता जिंदगी और मौत से पिछले 2 वर्षों से जूझ रहे वहीं दूसरी ओर विधायक के इंजीनियर बेटे ने खौफनाक कदम उठाते हुए जहर खाकर आत्महत्या कर ली. बड़े बेटे द्वारा उठाए गए खौफनाक कदम के कारण मृतक की मां सहित पूरे परिवार का का रो-रो कर बुरा हाल है. लोग विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि जिस होनहार बेटे पर परिवार को नाज था उसने सुसाइड कर लिया.

चिकित्सकों के मुताबिक विधायक पुत्र विवेक महतो ने सल्फास की गोली खा ली थी. मृतक विवेक ने चितरपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के उपरांत दिल्ली में रहकर वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था , परीक्षाओं में उसे असफलता मिलने के कारण परेशान और विचलित रहता था , दोस्तों के मुताबिक परीक्षा में असफल होने के कारण डिप्रेशन में आकर उसने ऐसा खौफनाक कदम उठाया है . धायक पुत्र द्वारा उठाए गए कदम के बाद पुलिस इस मामले की छानबीन में जुट गई है , परिजन भी अपने इंजीनियर बेटे द्वारा उठाए गए कदम की गुत्थी सुलझाने में जुटे हुए हैं .