भुगतान नहीं तो मतदान नहीं…अमेठी में चिटफंड कंपनियों के खिलाफ सड़क पर उतरे लोग

भुगतान नहीं तो मतदान नहीं…अमेठी में चिटफंड कंपनियों के खिलाफ सड़क पर उतरे लोग

जिला संयोजक रमेश सिंह ने बताया कि हम लोगों की कड़ी मेहनत की गाढ़ी कमाई का पैसा है. जोकि कंपनी ने हजम कर लिया है. ऐसे में हम लोगों की सरकार से मांग है कि हम लोगों की गाढ़ी कमाई को ध्यान मे रखकर हमारा पैसा वापस कराया जाए.

उत्तर प्रदेश के अमेठी में लाखों ग्रामीणों का करोड़ों रुपए लेकर फरार हुई चिटफंड कंपनियों के खिलाफ आज ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है. जहां हजारों की संख्या में गौरीगंज के रणंजय इंटर कॉलेज मैदान पहुंचे ग्रामीणों ने घंटो प्रदर्शन के बाद अमेठी कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिला प्रसाशन को ज्ञापन सौंपकर पैसा वापस दिलाए जानें की मांग की. वहीं, ग्रामीणों का कहना था कि सरकार ने हमारे पैसे वापस नहीं दिलाए तो सभी पीड़ित ग्रामीण लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे.

दरअसल, अमेठी जिले में पिछले कई दिनों संचालित हो रही सहारा,पर्ल्स,बाइकबोट,टोगो रिटेल,साईं प्रकाश समेत दर्जनों चिटफंड कंपनियां जिले के करीब 6 लाख लोगों का करोड़ोx रुपए लेकर फरार हो गई. वहीं, गाढ़ी कमाई का पैसा जाने के बाद ग्रामीण कई बार सरकारी ऑफिसों के बाहर प्रदर्शन कर अपने पैसों की मांग कर चुके है. लेकिन ग्रामीणों को कही से कोई राहत नहीं मिली.

क्या है मामला?

वहीं, आज ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार आह्वाहन पर जिले के हजारों पीड़ित गौरीगंज के रणंजय इंटर कालेज मैदान पहुंचे. जहां घंटो प्रदर्शन करने के बाद कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर पैसे वापस दिलाए जाने की मांग की.वहीं, पूरे मामले पर ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार के उत्तर प्रदेश संयोजक ने कहा कि भारत सरकार ने 2019 में एक एक्ट बनाया था, जिसमें जमाकर्ता पीड़ितों के लिए सक्षम अधिकारी कलेक्टर बनाए गए थे.

चिटफट कंपनियां 2 सौ से तीन सौ करोड़ रुपए लेकर फरार

इस एक्ट मे सभी जमाकर्ताओं का आवेदन स्वीकार किया जाएगा और 180 कार्य दिवस में उनका पैसा वापस दिलाया जाएगा.जिले के 6 से सात लाख लोगों का दर्जनों चिटफट कंपनियां 2 सौ से तीन सौ करोड़ रुपए लेकर फरार हो चुकी है. ऐसे में सरकार ने जो कानून बनाया है उस कानून के हिसाब से सरकार को कार्यवाही करते हुए सभी को उनका पैसा वापस करना चाहिए. अगर ग्रामीणों का पैसा वापस नहीं मिलता तो जब तक भुगतान नहीं तब तक मतदान नहीं.

जिला संयोजक बोले- गाढ़ी कमाई का पैसा सरकार कराए वापस

इस मामले में जिला संयोजक रमेश सिंह ने बताया कि हम लोगों की कड़ी मेहनत की गाढ़ी कमाई का पैसा है. जोकि कंपनी ने हजम कर लिया है. ऐसे में हम लोगों की सरकार से मांग है कि हम लोगों की गाढ़ी कमाई को ध्यान मे रखकर हमारा पैसा वापस कराया जाए.