टेबल पर खाने के साथ पिस्टल और कारतूस… रौब दिखाने को डाली तस्वीर, कब होंगे गिरफ्तार?

टेबल पर खाने के साथ पिस्टल और कारतूस… रौब दिखाने को डाली तस्वीर, कब होंगे गिरफ्तार?

सोशल मीडिया पर अवैध हथियार के साथ युवकों का फोटो देखते ही पुलिस एक्टिव हो गई है. स्थानीय पुलिस जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कह रही है. मामले पर फारबिसगंज डीएसपी मुकेश कुमार साहा का कहना है कि सोशल मीडिया पर फोटो वायरल का मामला संज्ञान में आया है. मामले में जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.

बिहार के अररिया में युवाओं में रौब दिखाने की होड़ लगी हुई है. सोशल मीडिया पर आए दिन युवा अवैध हथियारों की प्रदर्शन कर रहे हैं. इन युवकों में कानून का कोई डर नहीं दिख रहा. जिले में हथियार के साथ तस्वीर वायरल करने के मामले में कई गिरफ्तारियां भी हो चुकी हैं, लेकिन इसके बावजूद युवाओं में इसका क्रेज कम नहीं हो रहा है. ताजा मामला जिले के भरगामा थाना क्षेत्र का है. यहां तीन युवकों ने अवैध हथियार के साथ अपनी फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है.

टेबल पर शराब पार्टी करते युवा अवैध हथियारों को थाल में सजाए बैठे हैं.सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर में साफ दिख रहा है कि तीन युवक बैठे हुए हैं. उनके आगे लगे टेबल पर अंग्रेजी शराब और चखना सहित एक थाली में पिस्टल एवं 20 जिंदा कारतूस तथा एक देसी कट्टा एवं 5 जिंदा कारतूस नजर आ रहा है. फोटो वायरल होने के बाद लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. तीनों युवक भरगामा थाना क्षेत्र के सिमरबनी पंचायत के रहने वाले बताए जा रहे हैं. फोटो का संज्ञान लेते हुए पुलिस ने आरोपी युवकों की तलाश शुरू कर दी है.

लगातार हो रहे फोटो वायरल

बीते तीन-चार दिनों से लगातार भरगामा में कई आदतन अपराधी हथियार लहराते हुए वीडियो बनाकर तथा फोटो क्लिक करवाकर सोशल मीडिया साइट्स पर अपलोड कर रह हैं. रविवार को गोविन्द कूमत नामक युवक के फेसबुक आईडी पर अवैध देसी कट्टा लहराते हुए वीडियो वायरल किया गया था. सोमवार को संदीप सुमन नामक युवक के फेसबुक आईडी से अवैध देसी कट्टा लहराते हुए फोटो वायरल किया गया.

वहीं, बुधवार को भी किसी मनीष पासवान नामक युवक के फेसबुक आईडी से फोटो वायरल किया गया है. इस मामले में पुलिस द्वारा जांच की जा रही है कि वायरल फोटो में दिख रहे लड़के कहा के हैं. एसपी अमित रंजन ने कहा की मामला उनके संज्ञान में आया है और जल्द से जल्द युवकों की गिरफ्तारी की जाएगी.

रिपोर्ट-मोहित पंडित/अररिया