बांदा टू गाजीपुर…चप्पे-चप्पे पर पुलिस, आज ही सुपुर्द-ए-खाक होगा मुख्तार; UP में धारा 144 लागू

बांदा टू गाजीपुर…चप्पे-चप्पे पर पुलिस, आज ही सुपुर्द-ए-खाक होगा मुख्तार; UP में धारा 144 लागू

माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद पूरे यूपी में पुलिस अलर्ट मोड पर है. यहां धारा 144 लागू कर दी गई है. पूर्वांचल के सभी जिलों के एसपी लगातार एक दूसरे के संपर्क में हैं. खासतौर पर मऊ ,गाजीपुर और आजमगढ़ से सटे सभी बॉर्डरों पर गश्ती बढ़ाई गई है. आज सुबह 9 बजे अंसारी का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा. फिर शव को सुपुर्द-ए-खाक के लिए गाजीपुर ले जाया जाएगा.

माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. सभी जिलों में पुलिस का कड़ा पहरा है. खासतौर पर बांदा, मऊ, गाजीपुर और वाराणसी जिलों में पुलिस कर्मियों की विशेष तैनाती की गई है. अंसारी की मौत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने घर पर अधिकारियों के साथ बैठक की. मीटिंग में डीजीपी प्रशांत कुमार, एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश भी मौजूद रहे. मुख्यमंत्री आवास से घटनाक्रम पर पैनी नजर रखी जा रही है. सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्रदेश में कोई अप्रिय घटना न होने पाए.

पूरे उत्तर प्रदेश में आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू कर दी गई है. उधर, आजमगढ़ में हाई अलर्ट होते ही पुलिस अधीक्षण अनुराग आर्य खुद सड़कों पर भारी फोर्स के साथ निकले. पूर्वांचल के सभी जिलों के एसपी लगातर एक दूसरे के संपर्क में हैं. मऊ, गाजीपुर और आजमगढ़ से सटे सभी बॉर्डरों पर गश्ती बढ़ाई गई है.

वहीं, गैंगस्टर अतीक अहमद के क्षेत्र प्रयागराज में भी मुख्तार की मौत के बाद शांति देखने को मिली. शहर के मुस्लिम आबादी वाले कुछ इलाकों में इक्का-दुक्का लोग सड़कों पर आते जाते दिख रहे हैं. शहर के दूसरे हाई-वे वाले इलाकों में भी सन्नाटा है. सड़कों में केवल बड़े वाहन नजर आ रहे हैं.

रमजान का महीना होने की वजह से कुछ एक इलाकों में खाने पीने की कुछ दुकानें खुली हैं. रेलवे स्टेशन जाने वाले रास्तों में भी हल्की फुल्की चहल पहल है. जगह जगह पुलिस की गाड़ियां भी गश्ती दे रही हैं.

गाजीपुर ले जाया जाएगा शव

बता दें, मुख्तार अंसारी का शव एंबुलेंस से बांदा के पोस्टमार्टम हाउस लाया गया है. सुबह 9 बजे परिजनों की उपस्थिति शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा. उनके बेटे उमर अंसारी रात को ही बांदा पहुंच गए थे. अंसारी के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी. पांच डॉक्टरों की टीम पोस्टमार्टम करेगी. प्रयागराज और कानपुर से डाक्टरों की टीम बुलाई गई है. गाजीपुर के मोहम्दाबाद के कालीबाग कब्रिस्तान में मुख्तार अंसारी को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. देर रात इस कब्रिस्तान में डीएम-एसपी ने निरीक्षण किया. जिन जगहों से मुख्तार के शव को ले जाया जाएग, वहां पुलिस की टीमें हाई अलर्ट पर हैं. बांदा से गाजीपुर 8 घंटे का सफर है. ऐसे में पुलिस काफी सतर्कता बरत रही है.

गुरुवार रात को हुई मुख्तार की मौत

बता दें, माफिया से नेता बने मुख्तार अंसारी की बृहस्पतिवार को बांदा मेडिकल कॉलेज में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. तबीयत बिगड़ने के बाद अंसारी को जिला जेल से अस्पताल लाया गया था. मुख्तार को मंगलवार को पेट दर्द की शिकायत के बाद उन्हें करीब 14 घंटे तक अस्पताल में भर्ती रखा गया था. 63 वर्षीय अंसारी मऊ सदर सीट से पांच बार पूर्व विधायक थे और 2005 से यूपी और पंजाब में सलाखों के पीछे थे. उनके खिलाफ 60 से अधिक आपराधिक मामले लंबित थे. उन्हें सितंबर 2022 से आठ मामलों में उत्तर प्रदेश की विभिन्न अदालतों द्वारा सजा सुनाई गई थी और वह बांदा जेल में बंद थे. उनका नाम पिछले साल उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा जारी 66 गैंगस्टरों की सूची में था.

‘जेल में दिया गया धीमा जहर’

कुछ दिनों पहले 21 मार्च को बाराबंकी की एमपी-एमएलए कोर्ट नंबर 4 में गैंगस्टर मुख्तार अंसारी की चर्चित एंबुलेंस मामले में पेशी थी. इसी दौरान मुख्तार अंसारी के वकील ने कोर्ट में मुख्तार की तरफ से प्रार्थना पत्र जज को सौंपा था. जिसमें मुख्तार ने लिखा था कि 19 मार्च की रात मुझे खाने में विषाक्त पदार्थ दिया गया है. जिसकी वजह से मेरी तबियत खराब हो गई है. ऐसा लग रहा है कि मेरा दम निकल जाएगा और बहुत घबराहट हो रही है. इससे पहले मेरा स्वास्थ्य पूरी तरह से ठीक था. कृपया मेरा सही से डाक्टरों की टीम बनाकर इलाज करवा दें. 40 दिन पहले भी मुझे विषाक्त प्रदार्थ मिलाकर दिया गया था.

डॉक्टरों ने कहा था- रोजे के कारण बिगड़ी तबीयत

इस पर कोर्ट ने जेल प्रशासन को उपचार के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था को लेकर निर्देश दिए थे. कोर्ट के आदेश के बाद मुख्तार अंसारी के चेकअप के लिए दो डॉक्टरों के पैनल की टीम मंडल कारागार पहुंची थी. इसमें एक फिजिशियन और एक ऑर्थोपेडिक स्पेशलिस्ट डॉक्टर थे. टीम ने चेकअप के बाद ब्लड टेस्ट कराया. रिपोर्ट आने पर कब्ज और दर्द की कुछ दवाइयां भी दी गई थीं. इसके बाद डॉक्टरों ने जेल प्रशासन को बताया कि रोजा रखने के कारण मुख्तार के साथ ऐसा हो रहा है. भूखे रहने के बाद अचानक ओवरफीडिंग की वजह से मुख्तार को दिक्कत हो रही है.

परिवार ने लगाया हत्या का आरोप

28 मार्च को जब मुख्तार की मौत हुई तो उनके परिवार ने इसे हत्या करार दिया. अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी ने कहा कि मेरे पिता को जहर दिया गया है. आईसीयू से लोगों को वार्ड में शिफ्ट किया जाता है. लेकिन मेरे पिता को जेल में डाल दिया गया. हम न्याय के लिए ऊपर तक लड़ाई लड़ेंगे.