मोबाइल ने 328 रिश्तों को तोड़ा, लेकिन 117 को जोड़ा; आखिर कहां हुआ यह कमाल?
महाराष्ट्र में मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल तलाक की एक बड़ी वजह बन कर सामने आ रहा है. यह पति-पत्नियों के बीच शक पैदा कर रहा है. ऐसे में परिवार टूटने से बचाने में पुलिस का 'भरोसा सेल' एक अहम किरदार निभा रहा है.
भंडारा: इस डिजिटल दुनिया में किसी के पास मोबाइल ना हो, ऐसा हो नहीं सकता. लेकिन यही मोबाइल बड़े पैमाने पर तलाक की वजह बन रहा है. महाराष्ट्र के भंडारा जिले में साल भर में करीब ती सौ अट्ठाइस कपल ने तलाक लिया है. अभी भी भरोसा सेल (पारिवारिक विवाद सुलझाने की पुलिस की एक यूनिक यूनिट) में शिकायतकर्ताओं की लाइनें लगी हुई हैं. भंडारा जिले में साल भर में 404 जोड़ियों ने भंडारा भरोसा सेल में अपनी शिकायतें दर्ज करवाईं और इनमें से 328 जोड़ियों ने तलाक लिया. अभी भी 74 से 75 अर्जियां बाकी हैं.
इनमें से 18 ऐसे केसेस भी हैं जो कोर्ट में चल रहे हैं. इन सबके बावजूद भंडारा भरोसा सेल की ओर से 117 जोड़ियों के परिवार और रिश्ते बचाए जा सके हैं. यह जानकारी भरोसा सेल की पुलिस उपनिरीक्षक भाग्यश्री देशपांडे ने दी है.
मोबाइल में घंटो बातचीत की आदत ने रिश्तों में शक बढ़ाया
इस दौर में मोबाइल का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल बढ़ गया है. घंटों मोबाइल में बने रहने की आदत कई जगह एक बीमारी की तरह सामने आई है. इस आदत से कई रिश्ते-नाते संकट में आ रहे हैं. इन सबका प्रभाव ना सिर्फ संबंधित कपल पर, बल्कि उनके पूरे परिवार पर पड़ता है. पति-पत्नी एक दूसरे पर शक कर अलग हो रहे हैं. यह जानकारी महिला को-ऑर्डिनेटर अश्विनी डेकाटे ने दी.
जब कलह बड़े तनाव का रूप लेता है तो भरोसा सेल अहम भूमिका निभाता है
राज्य के कई इलाकों में मोबाइल की वजह से कलह होने की शिकायतें सामने आती रहती हैं. कभी-कभी ये शिकायतें काफी बड़े तनाव का रूप ले लेती हैं. इसके बाद पति-पत्नी एक दूसरे से अलग हो जाते हैं.ढेरों ऐसी मिसालें दिखाई दे रही हैं. ऐसे में पुलिस का यह भरोसा सेल एक बेहतर भूमिका निभाता है और कई परिवारों को बचाता है.
राज्य में मोबाइल की वजह से होने वाले तलाक को लेकर कई साफ आंकड़े तो जाहिर नहीं हुए हैं लेकिन यह जरूर कहा जा सकता है कि इनकी तादाद बहुत बड़ी है. पुलिस का भरोसा सेल कई रिश्तों को टूटने से बचाने के लिए अपनी अहम भूमिकाएं निभाता हुआ आया है. ऐसे में खास कर भंडारा भरोसा सेल की काफी तारीफ की जा रही है.