महाराष्ट्र में बागियों को मनाने के लिए केवल 3 दिन… महायुति के साथ-साथ MVA में टेंशन

महाराष्ट्र में बागियों को मनाने के लिए केवल 3 दिन… महायुति के साथ-साथ MVA में टेंशन

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों के सामने सबसे बड़ी टेंशन बागी नेताओं को मानने को लेकर है. राज्य की 288 विधानसभा सीटों में से करीब 50 ऐसी सीटें हैं जहां पर बागी नेताओं ने नामांकन किया है. अब इन नेताओं को मानाने और नामांकन वापस लेने के लिए केवल 3 दिन का समय बचा हुआ है.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में नॉमिनेशन खत्म हो गया है. अब प्रचार जोर पकड़ने लगा है, लेकिन मैदान में उतरे बागी उम्मीदवार टेंशन बढ़ा रहे हैं. फिर चाहे वो सत्ताधारी महायुति हो या विपक्षी महाविकास अघाड़ी गठबंधन हो. दोनों ही तरफ से करीब 50 ऐसे उम्मीदवार जो बगावत के रास्ते पर हैं. इनको मनाने के लिए अब केवल 3 दिन का समय और बचा हुआ है क्योंकि 4 नवंबर नामांकन वापसी की आखिरी तारीख है.

सत्ताधारी शिंदे गुट की शिवसेना, बीजेपी और अजित पवार गुट की एनसीपी की बात करें तो करीब 36 बागी उम्मीदवार मैदान में हैं. इसमें शिंदे गुट की शिवसेना के 9 ऐसे उम्मीदवार है जो टिकट नहीं मिलने के बाद भी नामांकन कर चुके हैं. इसमें नवी मुंबई की एरोली, मुंबई की अंधेरी ईस्ट, ठाणे की बेलापुर और जलगांव जिले की पेचोरा सीट शामिल है.

अपने बागी नेताओं को मनाने में जुटे हैं सीएम शिंदे

इन सबमें सबसे ज्यादा चर्चा अंधेरी ईस्ट सीट की हो रही है. यहां से पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा की पत्नी स्वीकृति शर्मा भी मैदान में उतर चुकी हैं. स्वीकृति शर्मा कुछ महीने पहले ही शिंदे गुट की शिवसेना में शामिल हुईं थीं. तब से उनके टिकट की भी चर्चा शुरू हो गई थी, लेकिन ऐन वक्त पर शिंदे ने यहां से बीजेपी नेता मुरजी पटेल को मैदान में उतार कर सबको हैरान कर दिया. सियासी गलियारों में चर्चा है कि शिंदे गुट ने स्वीकृति को मनाने की कोशिश में लगी हुई, लेकिन वो मानने के लिए तैयार नहीं हैं.

दूसरी ओर से बीजेपी के भी करीब 10 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने बागी रुख अख्तियार किया है और शिंदे गुट की शिवसेना उम्मीदवार के खिलाफ नामांकन कर दिया है. रायगढ़ की करजत, बुलढाणा, मुंबई उपनगर की बोरीवाली, अलीबाग और जालना जैसी सीटें शामिल हैं. इन सभी सीटों पर नामांकन करने वाले बीजेपी के बाकी नेताओं को पार्टी हाईकमान मनाने में जुटी हुई है. कहा जा रहा है कि डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस खुद बागी नेताओं को मनाने में जुटे हुए हैं.

अजित पवार गुट के सामने भी टेंशन

ऐसा ही कुछ हाल अजित पवार गुट की एनसीपी का भी है. नासिक की नांदगांव सीट से पार्टी के बागी उम्मीदवार ने नामांकन किया हुआ है. इसके अलावा करीब 9 ऐसी सीटें हैं जहां बीजेपी के उम्मीदवारों ने एनसीपी उम्मीदवार के सामने ताल ठोक दिया जबकि 7 पर शिवसेना के बागी नेताओं ने नामांकन किया है. स्थिति ऐसी हो गई है कि महायुति में शामिल दलों के नेता राज्य हाईकमान पर नजर टिकाए हुए हैं. बागियों को रोकने और नामांकन वापस लेने के लिए दबाव डाला जा रहा है.

बागियों से महाविकास अघाड़ी भी अछूता नहीं

राज्य में महाविकास अघाड़ी भी बागी नेताओं से अछूता नहीं रही है. कांग्रेस के चार बागी नेताओं ने गठबंधन के सहयोगी दलों के उम्मीदवारों के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है. इसमें ठाणे की कोपरी पचपखड़ी सीट, मुंबई की बायकुल और नागपुर की रामटेक सीट शामिल है.

फिलहाल पार्टी की ओर से बागी नेताओं को मनाने का प्रयास किया जा रहा है. उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना के बागी नेता ने मानखुर्द शिवाजी नगर सीट पर नामांकन कर एमवीएको टेंशन में ला दिया है. वर्सोवा और बुलढाणा की सीट पर भी बागी नेता ने गठबंधन के सामने नई चुनौती खड़ी कर दी है.

इस तरह से देखें तो सत्ताधारी महायुति के साथ-साथ विपक्षी महाविकास अघाड़ी के सामने अब अपने-अपने बाकी नेताओं को मनाने के लिए केवल 3 दिन का समय बचा है. इन तीन दिन में अगर हाईकमान इन नेताओं को मना ले गया तो ठीक, वरना महाराष्ट्र की सियासत की दिशा और दशा बदल सकती है.