Chanakya Niti : बुरे वक्त में हमेशा याद रखें इन बातों को, कभी नहीं होगा नुकसान
आचार्य चाणक्य की नीतियां आज के समाज के लिए बहुत प्रासंगिक मानी जाती है. उनका मानना था कि यदि कोई व्यक्ति बुरे दौर से गुजर रहा है तो उसे कुछ बातों को विशेष ध्यान रखना चाहिए जिससे सभी संकट आसानी से दूर हो जाएंगे. तो आइए जानते हैं क्या हैं वो बातें.
धैर्य न खोएं - आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को विपरीत परिस्थिति में कभी भी धैर्य नहीं खोना चाहिए. अधिकतर लोग संकट से समय विचलित और परेशान हो जाते हैं जिसके चलते उनकी मुसीबते हल होने के बजाए और बढ़ जाती हैं. चाणक्य के अनुसार धैर्य के साथ व्यक्ति बुरे समय से आसानी से बाहर निकल सकता है.
रणनीति बनाकर चलें - आचार्य चाणक्य का मानना है कि व्यक्ति को अपने बुरे समय के दौरान खुद की गलतियों का आकलन करना चाहिए और फिर उसके सुधार के लिए रणनीति तैयार करनी चाहिए. बुरा समय महज एक परिक्षा की तरह होता है जिसकी अगर सही रणनीति बनाई जाए तो इससे निकलना आसान होता है.
क्रोध करने से बचें - ऐसा माना जाता है कि क्रोध व्यक्ति के विवेक को सबसे पहले नष्ट कर देता है. इससे न तो कभी समस्या का समाधान मिलता है और न ही आपकी परेशानियां कम होती है. इसलिए कोशिश करें कि विपरीत से भी विपरीत परिस्थिति में भी क्रोध करने से बचें.