कम्युनिकेशन सिग्नल कलेक्ट कर रहा था चीनी जासूसी बैलून, 40 देशों में भरी थी उड़ान
जासूसी गुब्बारे को मार गिराए जाने के बाद चीन बौखला गया. उसने अमेरिका को चेतावनी दी कि इसका अंजाम भुगतने के लिए अमेरिका तैयार रहे.
अमेरिका ने पिछले दिनों चीन के जासूसी गुब्बारे को अटलांटिक सागर के ऊपर मार गिराया था. अमेरिका का कहना है कि चीन का यह जासूसी गुब्बारा जानकारी इकट्ठा करने में सक्षम था इसलिए इसे मार दिया गया. यूएस स्टेट डिपार्टमेंट ने गुरुवार को कहा कि चीन की यह जासूसी बैलून कम्युनिकेशन सिग्नल को इकट्ठा करने में सक्षम था.
यह जासूसी गुब्बारा चीनी पीएलए के डायरेक्शन पर काम करता था. यह बैलून चीनी सेना के निगरानी गुब्बारों के बेड़े का हिस्सा था, जो पांच महाद्वीपों के 40 से अधिक देशों में उड़ान भर चुका था. पहली बार चीन के इस जासूसी गुब्बारे को अमेरिका के मोनटाना में उड़ते हुए देखा गया था. मोंटाना का इलाका न्यूक्लियर जोन वाला इलाका है.
The Chinese spy balloon shot down by US military over Atlantic Ocean was capable of collecting communications signals&was part of a fleet of surveillance balloons directed by Chinese military that had flown over more than 40 countries across continents, said US State Department. pic.twitter.com/kJlPkeKyRY
— ANI (@ANI) February 9, 2023
चीन का यह जासूसी गुब्बारा मोंटाना में अमेरिकी हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद कई दिनों तक अमेरिका महाद्वीप के ऊपर उड़ता रहा. बीते शनिवार को अमेरिका ने F-22 फाइटर जेट से चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया. इसके बाद उसके मलबे को इकट्ठा किया गया. अमेरिका ने मलबे को चीन को देने से मना कर दिया. गुब्बारे को मार गिराए जाने के बाद चीन बौखला गया. उसने चेतावनी दी कि इसका अंजाम भुगतने के लिए अमेरिका तैयार रहे.
40 देशों में उड़ चुका है चीन का जासूसी गुब्बारा
गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हम जानते हैं कि चीन ने इन निगरानी गुब्बारों को पांच महाद्वीपों के 40 से अधिक देशों में उड़ाया है. बाइडेन प्रशासन इसके बारे में सीधे (प्रभावित) देशों से संपर्क कर रहा है.’ नाम नहीं छापने की शर्त पर अधिकारी ने कहा कि यह स्पष्ट है कि चीन ने इन गुब्बारों का उपयोग निगरानी के लिए किया था.
खुफिया सिग्नल इकट्ठा कर रहा था गुब्बारा
अधिकारी ने आरोप लगाया कि उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरों से पता चलता है कि ये गुब्बारे खुफिया सिग्नल को एकत्र करने में सक्षम थे. अधिकारी ने चीनी सेना की एक आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि अमेरिका को पूरा भरोसा है कि गुब्बारा निर्माता का चीन की सेना से सीधा संबंध है और वह चीनी सेना का अधिकृत ‘वेंडर’ है.
कार्रवाई की संभावना पर विचार करेगा अमेरिका
अधिकारी ने कहा, ‘अमेरिका चीनी सेना से जुड़ी चीन की संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई की संभावनाओं का भी पता लगाएगा, जिन्होंने अमेरिकी हवाई क्षेत्र में गुब्बारों के अवैध प्रवेश का समर्थन किया था. हम चीन की व्यापक निगरानी गतिविधियों को उजागर करने और इससे निपटने के प्रयासों पर भी विचार करेंगे, जो हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा और हमारे सहयोगियों एवं साझेदारों के लिए खतरा पैदा करती हैं.’ वहीं, चीन ने दावा किया है कि यह मौसम विज्ञान अनुसंधान के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला गुब्बारा था. (भाषा से इनपुट के साथ)