कमलनाथ को लेकर कांग्रेस में कंफ्यूजन, नकुलनाथ को लेकर रखी ये शर्त
कमलनाथ कांग्रेस में रुके रहें, बेटा नकुल बीजेपी जाए, जिसने ट्विटर बायो से कांग्रेस हटाया, वो कांग्रेस को मंजूर नहीं. हालांकि कांग्रेस ये नहीं चाहती कि कमलनाथ को बीजेपी में जाने दिया जाए, जिससे खराब संदेश जाए.
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीजेपी में शामिल होने को लेकर सियासत गर्म है. रविवार को भी पूरे दिन कमलनाथ को लेकर सस्पेंस बना रहा. कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कमलनाथ के बीच बातचीत भी हुई है. कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि कमलनाथ कांग्रेस में रुके रहें, बेटा नकुल बीजेपी जाए, जिसने ट्विटर बायो से कांग्रेस हटाया, वो कांग्रेस को मंजूर नहीं. हालांकि कांग्रेस ये नहीं चाहती कि कमलनाथ को बीजेपी में जाने दिया जाए, जिससे खराब संदेश जाए.
कांग्रेस को एहसास है कि गांधी परिवार से रिश्तों के बावजूद दिग्गज कमलनाथ के जाने से डैमेज होगा, इसलिए दिग्विजय सिंह ने मोर्चा संभाला है और कमलनाथ से बात की. उसके बाद कमलनाथ की नाराजगी दूर करते हुए राहुल गांधी से कमलनाथ का संपर्क कराया गया.
कांग्रेस का कमलनाथ को साफ संदेश है कि ऐसा नहीं हो सकता कि पिता कांग्रेस में और बेटा समर्थकों के साथ बीजेपी में रहे. सूत्रों का ये भी कहना है कि कमलनाथ परिवार को लेकर बीजेपी ने ऑपरेशन कमल नहीं चलाया.
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राज्यसभा सीट नहीं मिलने से कमलनाथ नाखुश
सोनिया गांधी से बात करने के बाद भी राज्यसभा की सीट नहीं मिलने से कमलनाथ परिवार नाखुश हुआ. कमलनाथ ने सोनिया को कहा था कि ये आखिरी चीज मैं मांग रहा हूं. इसके 6 साल बाद मैं 85 साल का हो जाऊंगा और रिटायर हो जाऊंगा.
दरअसल, कमलनाथ को लगता है कि वो खुद तो लोकसभा लड़कर छिंदवाड़ा जीत लेंगे, लेकिन नकुलनाथ को लेकर संदेश है. इसलिए वो राज्यसभा सीट उसी तर्ज पर चाहते थे जैसे सोनिया ने ली और वो राज्यसभा सांसद बनकर सक्रिय रहें और नकुल का प्रचार करें.
उधर, सिख दंगों का मामला सामने आने से बीजेपी भी कमलनाथ को लेकर असहज है, वो बेटे पर दांव लगाना चाहते हैं. ऐसे में कांग्रेस में निष्क्रिय कमलनाथ और बेटा नकुल बीजेपी में वाली थ्योरी कांग्रेस आलाकमान मानने के हक में नहीं है.
कमलनाथ और नकुलनाथ को लेकर सस्पेंस बरकरार
अब कमलनाथ खुद कांग्रेस में बने रहने के संकेत दे रहे हैं. दिग्विजय सिंह, जीतू पटवारी, सज्जन वर्मा के जरिए बयान दिलवा रहे हैं, लेकिन बेटे नकुल का ट्विटर से कांग्रेस हटाने का जवाब कमलनाथ को तलाशना होगा.
यानी अब कमलनाथ को फैसला करना होगा कि वो और उनका परिवार इधर या उधर. फिलहाल वो कांग्रेस में बने रहने के संकेत दिलवा रहे हैं, लेकिन ये सियासत है खुद कमलनाथ और नकुलनाथ जब-तक सामने आकर न बोलें, तब-तक इंतजार कीजिये.