घर से भागा MP के पू्र्व विधायक का बेटा, गुजरात में जाकर बना चोर… मजबूरी जानकर उड़ जाएंगे होश

घर से भागा MP के पू्र्व विधायक का बेटा, गुजरात में जाकर बना चोर… मजबूरी जानकर उड़ जाएंगे होश

मध्य प्रदेश के नीमच के मनासा विधानसभा सीट से पूर्व विधायक के बेटे को गुजरात पुलिस ने चोरी के मामले में गिरफ्तार कर लिया है. गुजरात पुलिस ने अहमदाबाद से आरोपी को गिरफ्तार किया है.

कुछ लोग प्यार में पागल होकर कुछ भी करने को तैयार रहते हैं. इसके कारण उन्हें जीवन भर पश्चाताप करना पड़ता है. ऐसी ही एक चौंकाने वाली घटना गुजरात के अहमदाबाद से सामने आई है. मनासा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक का बेटा अपनी प्रेमिका की जरूरतों को पूरा करने के लिए चोर बन गया. पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे के आधार पर संदिग्ध की पहचान की. पुलिस ने अब आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में आगे की जांच जारी है.

ये पूरा मामला गुजरात के अहमदाबाद का है. एक युवक जो एक लड़की से प्यार करता था, चेन स्नेचर बन गया. पुलिस ने उनकी पहचान प्रद्युम्न सिंह चंद्रावत के रूप में की है. प्रद्युम्न सिंह मध्य प्रदेश के नीमच जिले के मनसा विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक विजेंद्र सिंह चंद्रावत के पुत्र हैं. 25 जनवरी की शाम को प्रद्युम्न सिंह ने एक महिला के गले से चेन छीन ली थी. पीड़िता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने मामला दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.

प्रेमिका के लिया बना चोर

पुलिस के अनुसार, गिरफ्तारी के बाद आरोपी 15,000 रुपए में अपनी प्रेमिका की महंगी इच्छाओं को पूरा करने में असमर्थ था. इसके साथ ही उन्होंने सड़क पर चलने वालों के गले से जंजीर खींचनी शुरू कर दी. आरोपी प्रद्युम्न सिंह ने पुलिस को बताया कि वह घर से भाग गया था और अहमदाबाद में 15,000 रुपए प्रति माह वेतन पर काम कर रहा था. इस प्रक्रिया में उसे एक लड़की से प्यार हो गया. हालांकि, उसने खुलासा किया कि वह अपराध की दुनिया में इसलिए आया क्योंकि वह अपनी 15,000 रुपए की तनख्वाह से अपनी प्रेमिका की जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहा था. पुलिस द्वारा घटना का सीसीटीवी फुटेज जारी करने के बाद मामला प्रकाश में आया.

पुलिस ने किया अरेस्ट

पूर्व विधायक विजेंद्र सिंह चंद्रावत 2008 में मध्य प्रदेश के नीमच जिले के मनसा विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे. इस दौरान वह कांग्रेस में थे और कांग्रेस के टिकट पर जीतकर विधायक बने थे. बाद में वह कांग्रेस छोड़कर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में शामिल हो गए.