हरियाणा: आप-कांग्रेस का घमासान! बाजवा बोले- जितनी होगी AAP से दूरी, उतना अच्छा
हरियाणा विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही आप-कांग्रेस के गठबंधन को लेकर चर्चा तेज हो गई है. कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि, हमारी पार्टी आप से जितना दूर रहेगी, हमारे लिए उतना बेहतर होगा. मैंने लीडर्स का सेंटीमेंट नहीं बल्कि कांग्रेस के वर्करों का सेंटीमेंट आलाकमान तक पहुंचाया है.
हरियाणा में विधानसभा चुनाव नजदीक आ गए हैं. चुनाव से पहले कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है. दो बार दोनों पार्टियों के टॉप लीडर्स इस विषय पर बातचीत कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है. कयास लगाए जा रहे हैं कि तीसरी बार भी इनके बीच बैठक हो सकती है. लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हरियाणा में AAP से कांग्रेस का गठबंधन नहीं होना चाहिए. जितनी दूरी AAP से होगी उतना कांग्रेस के लिए बेहतर होगा.
आगे उन्होंने कहा, “मैंने बतौर पार्टी के कार्यकर्ता के तौर पर अपनी राय आलाकमान को दी है, जो एक आम कार्यकर्ता की राय है. मैं पार्टी के साथ शेयर कर रहा हूं. हम इनसे जितना बचकर रहेंगे, उतना हमारे लिए सही है. लेकिन बाकी निर्णय आलाकमान का होगा. मैं पंजाब विधानसभा में नेता विपक्ष के तौर पर नहीं, बल्कि अपने कार्यकर्ताओं की राय लेने के बाद एक कार्यकर्ता के रूप में बोल रहा हूं.”
जमीन को बांटकर इन्हें हिस्सा देना सही नहीं:प्रताप सिंह
पंजाब के नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने आगे कहा कि, “पंजाब में हमारी लड़ाई आम आदमी पार्टी के साथ है. मैंने नेताओं की नहीं, बल्कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की भावना आलाकमान तक पहुंचाई है. और अपनी राय दी है. बाकी निर्णय आलाकमान को करना है. राहुल गांधी की कांग्रेस में ‘INDIA’ गठबंधन में बड़े भाई की भूमिका और अपने गठबंधन दलों को साथ रखने की सोच सही है. ‘INDIA’ गठबंधन में आम आदमी पार्टी को रखने से नुकसान नहीं है. लेकिन अपने कार्यकर्ताओं और अपनी जमीन को बांटकर इन्हें हिस्सा देना सही नहीं है.”
पांच अक्टूबर को होगा चुनाव
बता दें, हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए पांच अक्टूबर को मतदान होगा. 90 सीटों पर होने वाला यह चुनाव एक ही चरण में पूरा कराया जाएगा. पहले यहां 1 अक्टूबर को मतदान होना था. लेकिन बिश्नोई समाज के सदियों पुराने त्योहार आसोज अमावस्या के चलते चुनाव की तारीख बदल दी गई. इसके नतीजे 8 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर के साथ घोषित किए जाएंगे.