इमरान खान की पार्टी ने लाहौर से जेल भरो तहरीक शुरू किया, ये नेता गिरफ्तारी के लिए हुए पेश
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि पीटीआई दो महत्वपूर्ण कारणों से 'जेल भरो तहरीक' शुरू कर रही है. इसका उद्देश्य 'हकीकी आजादी' हासिल करना है.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने मौलिक अधिकारों के उल्लंघन, संविधान के दुरूपयोग और आर्थिक संकट का आरोप लगाते हुए बुधवार को लाहौर से गिरफ्तारियां देने का एक बड़ा आंदोलन शुरू किया. पार्टी ने पाकिस्तान के पूर्व मंत्री शाह मोहम्मद कुरैशी, असद उमर, सीनेटर आजम स्वाति, पंजाब के पूर्व गवर्नर उमर सरफराज चीमा समेत वरिष्ठ नेताओं के पुलिस की गाड़ियों में बैठे रहने का फुटेज साझा किया.
इन नेताओं ने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से उन्हें गिरफ्तार करने को कहा. पार्टी के उपाध्यक्ष कुरैशी ने कहा, आज पीटीआई के 200 कार्यकर्ता एवं मुझे समेत लाहौर के पार्टी नेतृत्व ने गिरफ्तारियां देने के लिए खुद को पेश किया. उन्होंने कहा कि यह आंदोलन तब तक चलेगा जबतक यह आयातित सरकार देश में अराजकता पर पूर्ण विराम नहीं लगा देती और उसे जनता की अदालत में पिछले दस महीने के लिए जवाबदेह नहीं ठहरा दिया जाता. जेल रोड पर बड़ी संख्या में पीटीआई कार्यकर्ता एवं नेता जुटे थे.
सरकार ने सड़को पर लगाई धारा 144
उनमें से कुछ कार्यकर्ताओं ने खुद को कड़ी में बांध रखा था और कुछ ने अपने द्वारा बनायी गयी कृत्रिम जेल में बंद कर रखा था. सरकार ने लाहौर में माल रोड समेत विभिन्न सड़कों पर धारा 144 लगा दी थी जिसके तहत पांच लोगों से अधिक के एकजुट पर पाबंदी थी. कुरैशी ने कहा, हमने जेल जाने के लिए धारा 144 का उल्लंघन किया.
वहीं पंजाब सरकार और संघ सरकार के मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि पुलिस धारा 144 का उल्लंघन करने को लेकर किसी भी पीटीआई कार्यकर्ता को गिरफ्तार नहीं करेगी. सनाउल्लाह ने कहा, केवल उन्हीं पीटीआई नेताओं को गिरफ्तार किया जाएगा जो भ्रष्टाचार या किन्हीं अन्य आपराधिक मामलों में वांछित हैं. उन्होंने कहा, पीटीआई नेता लाहौर में पुलिस गाड़ी में चढ़ने के बाद फोटो सेशन कर रहे हैं. उन्हें ऐसे स्टंट से राजनीतिक लाभ चाहिए.
‘हकीकी आजादी’ के लिए कर रहे है जेल भरो आंदोलन’
बता दें पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि पीटीआई दो महत्वपूर्ण कारणों से ‘जेल भरो तहरीक’ शुरू कर रही है. इसका उद्देश्य ‘हकीकी आजादी’ हासिल करना है. उन्होंने कहा कि पीटीआई नेताओं के खिलाफ अवैध भ्रष्टाचार के मामले और प्राथमिकी दर्ज की गई है.उन्होंने कहा कि मौलिक अधिकारों पर हमले के खिलाफ एक शांतिपूर्ण, अहिंसक विरोध है. इमरान खान ने कहा कि सरकार की नीतियों ने गरीब और मध्यम वर्ग को कुचल दिया है. उन्होंने लोगों से सच्ची आजादी के लिए सड़कों पर उतरने का आग्रह किया.
सरफराज चीमा और आजम स्वाति ने किया आत्मसमर्पण
बता दें शाह महमूद कुरैशी पहले पीटीआई नेता हैं जिन्होंने पार्टी के जेल भरो आंदोलन में पहली गिरफ्तारी दी है. रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने पीटीआई उपाध्यक्ष को जेल वैन में बिठाया. बाद में जुबैर नियाजी और असद उमर सहित अन्य नेता खुद जेल की वैन में बैठ गए.उमर सरफराज चीमा और आजम स्वाति ने भी आत्मसमर्पण कर दिया.
जबकि हम्माद अजहर एक वाहन के ऊपर बैठ गया.जानकारी के अनुसार जेल भरो आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए लाहौर में पार्टी अध्यक्ष इमरान खान के आवास ज़मान पार्क में इकट्ठा होना शुरू कर दिया. पीटीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी और महासचिव असद उमर ने आंदोलन के पहले दिन गिरफ्तारी का फैसला किया था.
पीटीआई के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने माल रोड की ओर अपनी यात्रा शुरू की, कई सड़कों पर ट्रैफिक जाम देखा गया और पार्टी समर्थक उत्साहित दिखे. पार्टी के नेताओं ने घोषणा की कि उन्होंने इस कार्यक्रम को एक महत्वपूर्ण अवसर बना दिया है. आंदोलन की रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए पीटीआई की सेंट्रल पंजाब विंग के शासी निकाय द्वारा एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई थी जो प्रांतीय राजधानी से शुरू होगी और बाद में देश के अन्य हिस्सों में विस्तारित की जाएगी.
इन तारीखों को होगा आंदोलन
पेशावर में 23 फरवरी को आंदोलन की शुरुआत करेगा, जबकि यह 25 फरवरी को मुल्तान, 26 फरवरी को गुजरांवाला, 27 फरवरी को सरगोधा और 28 फरवरी को साहीवाल में शुरू होगा. यह 1 मार्च को फैसलाबाद शहर से टकराएगा. पार्टी के सोशल मीडिया हैंडल समर्थकों को अभियान के लिए प्रेरित करने में व्यस्त हैं क्योंकि पार्टी नेताओं के संदेश समय-समय पर साझा किए जा रहे हैं. पिछले अप्रैल में अविश्वास मत के जरिए इमरान खान को प्रधानमंत्री पद से हटाए जाने के बाद कई शहरों में लॉन्ग मार्च निकालने और रैलियां करने के बाद पीटीआई की यह नवीनतम रणनीति है.
चौधरी परवेज इलाही में पीटीआई में शामिल हुए
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद (पीएमएल-क्यू) के नेता चौधरी परवेज इलाही अपने 10 सहयोगियों के साथ अदालत में गिरफ्तारी अभियान शुरू करने से पहले पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) में शामिल हो गए. यह घोषणा पीएमएल-क्यू के अध्यक्ष चौधरी शुजात द्वारा उन्हें पार्टी के पंजाब अध्यक्ष पद से बर्खास्त करने और उनकी मूल सदस्यता रद्द करने के बाद की गई थी.