47 साल पहले गायब हुआ था घर का चिराग, अब मिली लाश, लेकिन घर में कोई नहीं बचा

47 साल पहले गायब हुआ था घर का चिराग, अब मिली लाश, लेकिन घर में कोई नहीं बचा

लापता होने के 47 साल बाद युवक की लाश और उसकी कार बरामद की गई है, इसमें उसके पहचान उसके अवशेषों से की गई है.

आज के आधुनिक मशीनी युग में क्या किसी गुमशुदा की लाश 47 साल तक गायब रह सकती है? जवाब मिलेगा नहीं यह तो संभव ही नहीं है. जी नहीं ऐसा नहीं है इसी इंसानी दुनिया में यह भी संभव हो गया है. एक लड़का आज से करीब 47 साल पहले यानी सन् 1976 में रहस्यमय हालातों में गायब हो गया था. उसकी लाश और कार अब जाकर मिले हैं. इस कहानी का दूसरा अहम और सोचने वाला पहलू यह है कि, करीब 5 दशक बाद लड़के की लाश मिली है लेकिन जांच एजेंसियां युवक की मौत की वजह अभी भी नहीं बता पा रही हैं.

जिस बदकिस्मत युवक की मौत की यह डराने वाली सच्ची कहानी है उसका नाम था काइल क्लिंकस्केल्स (Kyle Clinkscales). जिसे सन् 1976 में लाग्रेंज( LaGrange) जॉर्जिया अमेरिका (Georgia US) में आखिरी बार जीवित देखा गया था. वो बार में काम करता था. 27 जनवरी सन् 1976 की रात उसके गायब होने के बाद से, उसका पता नहीं लगाया जा सका. हालांकि एजेंसियों ने तब भी उसकी तलाश में महीनों और वर्षों तक खाक छानी थी. बाद में जिंदा या मुर्दा किसी भी तरह की बरामदगी न होने से हताश अमेरिकी एजेंसियां शांत होकर बैठ गईं.

जब दुनिया में उसके अपने भी सब कुछ भूल गए तो दिसंबर 2021 में अचानक एक दिन काइल क्लिंकस्केल्स से जुड़े कुछ अवशेष नजर आए. इस दौरान उसकी कार सबसे महत्वपूर्ण थी. इसे एक नहर में पड़े राहगीर ने देखा. कार की जांच के लिए जब मौके पर पुलिस पहुंची तो वहां 22 साल के लड़के की लाश के अवशेष भी बरामद हुए. गायब होने वाली रात युवक को अपनी सफेद रंग की 1974 नंबर की कार फोर्ड पिंटो चलाकर 35 मील दूर स्थित औबर्न विश्वविद्यालय (Auburn University) के पास मौजूद घर पहुंचना था. ऐसा हो पाता उससे पहले ही वो उस रात रहस्यमय तरीकों से गायब हो गया.

सन् 2007 आते-आते काइल की मां और पिता भी बेटे के वापिस लौटने की उम्मीद करते-करते एक ही साल के अंदर (सन् 2007 में) स्वर्ग सिधार गए. मतलब, बेबस लाचार माता-पिता अपनी तमाम उम्र यह नहीं जान पाए कि आखिर उनके 22 साल के युवा बेटे के साथ हुआ क्या था? काइल की लाश और कार बरामद होने के बाद दोस्त लॉरेन ग्रिफेन ने कहा, “काइल का व्यक्तित्व न सिर्फ आकर्षक था. वो हंसमुख और दयालु प्रवृति का भी था. जब वो शांत हो जाता था तो उसके दोस्तों को बहुत बुरा लगता था.”

घटनास्थल पर काइल की हड्डियों के साथ ही उसका पर्स (बटुआ), पहचान पत्र पड़ा मिला. जिससे उसकी पहचान हो सकी. उसका डीएनए कराने के लिए मौके से कुछ नमूने लेकर सुरक्षित रखे गए. बाद में अवशेषों को जॉर्जिया ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन पहुंचाया गया. जांच से साबित हुआ कि, लाश (अवशेष) जनवरी 1976 में रहस्यमय हालातों में गायब होने वाले काइल की ही है. इस बारे में पुलिस ने एक बयान में कहा: “ट्रूप काउंटी कोरोनर कार्यालय ने इस बात की सूचना दी थी कि, उन अवशेषों की निश्चित रूप से काइल क्लिंकस्केल्स के ही रूप में पहचान की गई है.”

गंभीर यह है कि लाश (अवशेष) और कार की बरामदगी और पहचान हो जाने के बाद भी काइल की मौत का कारण अभी तक पता नहीं चल सका है. यह अभी भी रहस्य ही है कि उसकी मौत कैसे हुई थी. हालांकि डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, काइल के माता-पिता को उनकी मौत से कुछ साल पहले किसी ने बताया था कि, उनके बेटे को मार डाला गया था. कत्ल के बाद उसके शरीर को फेंक दिया गया. तब काइल की बदनसीब मां लुईस ने कहा था,”यह सुनना कुछ ऐसा था जैसे कि मानो वो धरती में समाई जा रही हों.”