भूकंंप के बाद ठंड ने बढ़ाई आफत, 50 हजार तक पहुंच सकता है मौत का आंकड़ा- Updates

भूकंंप के बाद ठंड ने बढ़ाई आफत, 50 हजार तक पहुंच सकता है मौत का आंकड़ा- Updates

लोगों का जीवन बचाने के लिए बचावकर्मी पिछले 6 दिन से कड़ाके की ठंड में लगातार काम कर रहे हैं.

तुर्की और सीरिया में पांच दिन पहले आए विनाशकारी भूकंप में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 29 हजार के पार हो गई है जबकि 78 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. इस बीच मलबे में दबे लोगों को बचाने के लिए बचाव कार्य तेजी से जारी है. वहीं भूकंप के बाद तुर्की में अपराध बढ़ने की खबर सामने आई है. लोगों का जीवन बचाने के लिए बचावकर्मी पिछले 6 दिन से कड़ाके की ठंड में लगातार काम कर रहे हैं. बचाव कार्य के दौरान शनिवार को 12 से अधिक लोगों को बचा लिया गया.

भूकंप के बाद से लापता हुआ भारतीय नागरिक की भी शनिवार को मौत की खबर सामने आई थी. उनका शव उसी होटल के मलबे में दबा मिला जहां वह ठहरे हुए थे. तुर्की और सीरिया में 6 फरवरी को आए भूकंप को 6 दिन हो चुके हैं, तब से लेकर अब तक क्या-क्या जानिए हर अपडेट-

  1. भूकंप के बाद से तुर्की में अपराध बढ़ने की खबर भी सामने आई है. तुर्की के 8 प्रांतों से 98 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्हें लूटपाट के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इनमें से अकेले हताय प्रांत से 42 लोग हैं.
  2. इसके अलावा भूकंप में ढही इमारतों के बाद कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं. 62 बिल्डिंग कॉन्ट्रैक्टर्स को भी हिरासत में लिया गया है.
  3. बार-बार बेहोश हो रहे और होश में आ रहे इब्राहिम जकारिया नाम के व्यक्ति को इस बात का पता नहीं था कि वह कितने दिन से अपने घर के मलबे के नीचे दबा था. जकारिया को शुक्रवार रात को बचाया गया. जकारिया ने शनिवार को अस्पताल में द एसोसिएटेड प्रेस से कहा, मुझे लगा था कि मैं मरने वाला हूं और मेरे लिए फिर से जीना असंभव होगा.
  4. भूकंप के बाद शनिवार को बचाए गए लोगों में अतांक्या में बचाया गया सात महीने का एक बच्चा और कहरामनमारस का एक परिवार शामिल है.
  5. UN की मदद भेजने वाली इकाई के चीफ मार्टिन ग्रिफिथ्स की मानें तो भूकंप से हुई मौतों का आंकड़ा लगभग दो गुना हो सकता है. मलबा हटते-हटते शव भी बरामद होंगे. ऐसे में माना जा रहा है कि मौतों का आंकड़ा 50 हजार तक जा सकता है
  6. दक्षिणी तुर्किये और उत्तर पश्चिम सीरिया में काम करने वाले मानवीय सहायता समूह ने चेतावनी दी कि सोमवार को आए भूकंप का लंबे समय तक असर रहेगा और बचाव अभियान खत्म होने के बाद महीनों या सालों तक दान देने की आवश्यकता है.
  7. तुर्की में आए 7.8 तीव्रता के भूकंप में अब तक 29 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है और हजारों लोग बेघर हुए हैं, हजारों लोगों ने शॉपिंग मॉल, स्टेडियम, मस्जिदों और सामुदायिक केंद्रों में शरण ली है.
  8. उत्तरी सीरिया में मानवीय सहायता को पहुंचाना गृह युद्ध के कारण जटिल हो गया है, जबकि राहत प्रयासों में छूट के बावजूद अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण भेजी गई रकम को प्रतिबंधित या धीमा किया जा सकता है. तुर्किये में राजनीतिक माहौल ने भी चुनौती पैदा की है.
  9. भूकंप सहायता से संबंधित पहली खेप शुक्रवार को तुर्किये की सीमा से सीरिया में पहुंची न सिर्फ क्षति और मलबे के कारण खेप पहुंचने में देरी हुई, बल्कि संयुक्त राष्ट्र की एक नीति के कारण भी यह देरी हुई, जो केवल एक बार में एक वाहन को जाने की अनुमति देती है।
  10. हालांकि, सीरिया में 12 साल से चल रहे गृह युद्ध के कारण कुछ सहायता समूह पहले से ही कार्यरत हैं। उत्तरी सीरिया में डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स/मेडिसिन्स सैंस फ्रंटियर्स (एमएसएफ) के 500 कर्मी कार्यरत हैं, जिनमें से दो की भूकंप की चपेट में आने से मौत हो गई है। वहां इन संगठनों ने संघर्ष के बीच चिकित्सा सहायता पहुंचाने में मदद की है।