खंडहर शहर… मलबे में लाशें, हालातों से कांप जाए रूह- आसमां से दिखा ‘श्मशान’
तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए भीषणतम भूकंप ने अब तक 15,000 से अधिक लोगों की जान लील ली है. इस भूकंप ने इन दोनों देशों को अगले कई दशकों तक न भूल पाने वाला दर्द दे गया है. भूकंप के बाद सेटेलाइट इमेज से दिख रहा है कि यहां के कई शहर और […]
तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए भीषणतम भूकंप ने अब तक 15,000 से अधिक लोगों की जान लील ली है. इस भूकंप ने इन दोनों देशों को अगले कई दशकों तक न भूल पाने वाला दर्द दे गया है. भूकंप के बाद सेटेलाइट इमेज से दिख रहा है कि यहां के कई शहर और इलाके खंडहर और मलबे में तब्दील हो गए हैं. दक्षिणी शहर अंताक्य (Antakya) और कहारनमारस (Kahramanmaras) को भूकंप की सबसे ज्यादा मार पड़ी है और यहां की कई ऊंची इमारतें जमींदोज हो गई हैं.
सेटेलाइट के जरिए ली गई तस्वीरों में यहां पर चल रहे राहत कार्यों में मदद के लिए खुले ओपन एरियाज और स्टेडियमों में बनाए गए सैकड़ों आपातकालीन आश्रय स्थलों का भी पता चला है. तुर्की में सबसे पहले सोमवार को तड़के 7.8 तीव्रता का पहला भूकंप करीब 20 लाख लोगों की आबादी वाले तुर्की शहर गाजियांटेप के पास आया, फिर इसके बाद 7.5 तीव्रता का भूकंप आय और बाद में आफ्टरशॉक्स के रूप में कई झटके लगते रहे.
ग्रीनलैंड तक लगे भूकंप के झटके
जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ डेनमार्क और ग्रीनलैंड ने कहा कि भूकंप के झटके ग्रीनलैंड तक महसूस किए गए थे.
New satellite images from today, February 8, of areas in #Antakya, #Turkey that have been heavily affected by the recent #earthquake. Damage can be seen throughout the area, particularly with numerous high-rise apartments buildings that have collapsed. pic.twitter.com/zhK9WnJYtS
— Maxar Technologies (@Maxar) February 8, 2023
भूकंप की वजह से कहारनमारस और गाजियांटेप के बीच के हिस्सों में सबसे ज्यादा तबाही देखी गई है, जहां शहर के करीब हर ब्लॉक मलबे में बदल गए हैं. तुर्की ने सात प्रांतों में करीब 3,000 से अधिक इमारतों के गिरने का अनुमान लगाया, जिसमें कई पब्लिक हॉस्पिटल भी शामिल हैं. इस जलजले में 13वीं शताब्दी की एक ऐतिहासिक मस्जिद भी आंशिक रूप से ढह गई.
तेजी से बढ़ रही मरने वालों की संख्या
तुर्की और सीरिया में भूकंप की वजह से मौत की संख्या बढ़कर 15 हजार के पार चली गई है और यह 15,383 तक पहुंच गई है, जिसमें तुर्की में 12,391 और युद्धग्रस्त सीरिया में 2,992 लोग शामिल हैं. इन दोनों ही देशों में बचाव अभियान अभी भी जारी होने के कारण मौत का आंकड़ा बढ़ने की उम्मीद है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भूकंप के बारे में अपने आकलन में कहा है कि भूकंप के कारण करीब 2.3 करोड़ लोग प्रभावित हो सकते हैं, और उसका कहना है कि प्रभावित क्षेत्रों में 77 राष्ट्रीय और 13 अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन चिकित्सा दल तैनात किए जा रहे हैं. भारत की ओर से भूकंपग्रस्त देशों में मदद पहुंचाई जा रही है. भारत ने तुर्की और सीरिया को कई टन राहत सामग्री भेजी है.