तबाही पर तबाही, तुर्की में 24 घंटे के अंदर तीसरा हाहाकारी भूकंप, 1800 मौतें
तुर्की में विनाशकारी भूकंप के बाद बड़ी तबाही देखने को मिली है. यहां 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सीरिया में भी 783 जानें जा चुकी हैं. मलबे से लोगों को निकालने का काम अभी भी जारी है. कई शहरों में चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है.
तुर्की और सीरिया में आज भयानक भूकंप आया है. इसके तेज झटकों के बाद कई इमारतें जमीदोज हो गई हैं और 1800 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. भूकंप का झटका इतना तेज था कि चंद सेकेंड में ही बर्बादी कहर बनकर टूट पड़ी. भूकंप के तेज झटकों का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि तुर्की के 10 प्रभावित प्रांतों में 2800 से ज्यादा इमारतें ढह गईं. तुर्की में मरने वालों की संख्या 1014 हो चुकी है, जबकि सीरिया में भी भूकंप के बाद अब तक 783 लोगों की जान जा चुकी है.
दक्षिण पूर्वी तुर्किये और दक्षिणी सीरिया में 7.8 की तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया. बचावकर्मी अब भी प्रभावित इलाकों में मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटे हैं. कुछ घंटों बाद दूसरा भी भूकंप आया. 24 घंटे से भी कम समय में तुर्की में तीसरा भूकंप आया है. दूसरे भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.8 मापी गई, जबकि तीसरे भूकंप की तीव्रता 6.0 है. भूकंप के झटकों के बाद चारो तरफ अफरातफरी मच गई. लोग अपनी जान बचाकर भागते दिखे तो कुछ अभी भी मलबे में दबे हैं. भूकंप के झटके काहिरा तक महसूस किए गए. इसका केंद्र सीरियाई सीमा से करीब 90 किलोमीटर दूर गजियांतेप शहर के उत्तर में था.
तुर्की में विनाशकारी भूकंप से जुड़े बड़े अपडेट
- भारत ने भी मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. PMO की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि राहत सामग्री के साथ 100 कर्मियों वाली NDRF और मेडिकल की दो टीमें जाने के लिए तैयार हैं. बचाव दलों को तुरंत तुर्की सरकार के समन्वय में भेजा जाएगा.
- भूकंप के झटके तुर्की के अलावा साइप्रस, इजिप्ट और लेबनॉन में भी देखने को मिले हैं. हालांकि, इन देशों में नुकसान की खबर अभी तक सामने नहीं आई है.
- तुर्की के माल्ट्या में 13वीं सदी की एक मस्जिद भी जमीदोज हो गई है. यहीं पर बनी 14 फ्लोर की बिल्डिंग भी गिर गई जिसमें 28 अपार्टमेंट थे सब के सब गिर गए.
- भूकंप के बाद तुर्की की सरकार ने तुर्की के सुरक्षाबलों की ओर से एयर एड कॉरिडोर बनाया गया है. जिससे जल्दी से मदद पहुंचे. सरकार ने भूकंप के हालात को देखते हुए देश में इमरजेंसी लागू कर दी है.
- तुर्की के राष्ट्रपति फुअत ओकतायस ने कहा कि देश के 10 प्रभावित प्रांतों में 2818 इमारतें ढह गईं. भूकंप से अब तक 1800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
- भूकंप के एक दो नहीं, कुल 20 झटके महसूस किए गए. भूकंप का केंद्र गजियांतेप से करीब 33 किमी दूर 18 किमी की गहराई पर था.
- तुर्की के लोगों पर कुदरत ने दोहरा कहर बरपाया है. यह भूकंप ऐसे समय में आया है, जब पश्चिम एशिया बर्फीले तूफान की चपेट में है जिसके गुरुवार तक जारी रहने के आसार हैं.
- तुर्की ने इससे पहले 1999 में शक्तिशाली भूकंप आया था, तब उस भूकंप की तीव्रता 7.4 थी जिसमें करीब 18,000 लोग मारे गए थे. जबकि तुर्की से इस्तांबुल में करीब 1000 लोगों की मौत हुई थी.
- कुछ इमारतें ऐसी थी जिसे लेकर वहां की सरकार ने पहले ही आगाह किया था. ये वो इमारतें थी जो कमजोर ईंटों से बनी हुई थीं.
- इस भूकंप में सबसे ज्यादा मौतें सिरियाई नागरिकों की हो सकती है. आंकड़ों के मुताबिक तुर्की में 19 लाख से अधिक सिरियाई नागरिक रहते हैं.
तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने ट्वीट किया कि भूकंप प्रभावित क्षेत्रों के लिए तलाश एवं बचाव दलों को तुरंत रवाना कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि जानमाल के कम से कम नुकसान के साथ हम इस आपदा से मिलकर बाहर निकलेंगे.
उत्तर-पश्चिम सीरिया में कब्जे वाले इदलिब प्रांत में भूकंप ने एक नया संकट खड़ा कर दिया, जो पहले ही कई वर्षों से रूसी और सरकार के हवाई हमलों को झेल रहा है. यह क्षेत्र भोजन से लेकर चिकित्सकीय आपूर्ति तक हर चीज के लिए तुर्किये पर निर्भर है. सभी राहत सामग्री तुर्किये के रास्ते ही इदलिब पहुंचती है. उत्तर पश्चिम सीरिया में विपक्ष के सीरियन सिविल डिफेंस ने विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्र में स्थिति को विनाशकारी बताते हुए कहा कि इमारतें ढहने से कई लोग मलबे में दब गए हैं. सीरियन सिविल डिफेंस ने लोगों से इमारतों से बाहर खुले स्थान पर रहने को कहा है.
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, भूकंप का केंद्र गजियांतेप से करीब 33 किलोमीटर दूर 18 किलोमीटर की गहराई पर था. प्रांतों में इसके झटके महसूस किए गए. भूकंप ऐसे समय में आया है, जब पश्चिम एशिया बर्फीले तूफान की चपेट में है जिसके बृहस्पतिवार तक जारी रहने के आसार हैं. उत्तर-पश्चिम तुर्किये में 1999 में आए शक्तिशाली भूकंप में करीब 18,000 लोग मारे गए थे.
(भाषा इनपुट के साथ)