पाकिस्तान गुलाम था, गुलाम है और रहेगा! खुद को गिरवी रखने के बाद भी नहीं चुका पाएगा कर्ज
पाकिस्तान की हालत दिन पर दिन दयनीय होती जा रही है. आजादी के बाद से पाकिस्तान IMF समेत कुछ देशों से इतना कर्ज ले रखा है कि उसे लौटा पाना मुश्किल ही नामुंकिन है.
पाकिस्तान भारत से अलग होकर आजाद मुल्क जरूर बना लेकिन सच्चाई यही है कि वो आज भी गुलाम है. 1947 से लेकर अभी तक पाकिस्तान अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पाया है. पाकिस्तान पर इतना कर्ज है कि अगर वो खुद को भी गिरवी रख दे तो भी उसे नहीं चुका पाएगा. पाकिस्तान की माली हालत ऐसी हो गई है कि 250 रुपए लीटर पेट्रोल हो गया है. एक लीटर दूध की कीमत करीब 200 रुपए पहुंच गई है.
जियो पॉलिटिक के अनुसार, आजादी के बाद से पाकिस्तान ने IMF से 14 बार कर्च ले चुका है, लेकिन उसने एक की भी भरपाई मतलब वापसी नहीं की. 15वीं बार पैसा लेने के लिए लाइन में खड़ा है. चीन और बाकी देशों की ओर से दिए गए कर्ज की तो बात ही छोड़ देते हैं. इसी वजह से पाकिस्तान की क्षमता पर सवाल उठने लगे हैं.
पाकिस्तान के अर्थव्यवस्था की जैसी हालत है, उसे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि उसे बहुत बड़ी त्रासदी से गुजरना पड़ सकता है. पाकिस्तान पर करीब 60 ट्रिलियन डॉलर का कर्ज है, जबकि पड़ोसी मुल्क की कुल जीडीपी 376 बिलियन डॉलर के आसपास है.
भयंकर महंगाई से जनता त्रस्त
पाकिस्तान की मौजूदा हालत ऐसी हो गई है कि डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपए की कीमत 250 पहुंच गई है. यही वजह है कि पाकिस्तान की सरकार ने पेट्रोल और डीजल के दाम में एक झटके में 35 रुपए की बढ़ोतरी कर दी है. पिछले महीने पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने कहा था कि वो IMF से कर्ज लेने के लिए उसकी शर्तों को मानने के लिए तैयार हैं. हालांकि, डील अभी पक्की नहीं हुई है.
IMF से मिल सकती है राहत
अगर पाकिस्तान IMF शर्तों को मान लेता है तो उसे 1.2 बिलियन डॉलर की राशि मिल जाएगी. दूसरी ओर से सऊदी अरब, चीन और UAE की ओर से भी अतिरिक्त फंड मिलने की संभावना है. IMF को लेकर भी पाकिस्तान का अपना अलग ही इतिहास रहा है. पाकिस्तान ने आज तक IMF की शर्तों पर खरा नहीं उतरा है. यही वजह है कि इस बार उसेकर्ज लेने में नाकों चना चबाना पड़ रहा है.