Khufiya Review : तब्बू की दमदार एक्टिंग, पर इस प्वाइंट पर मार खा जाती है विशाल भारद्वाज की खुफिया
फिल्म 'खुफिया' में तब्बू से लेकर अली फजल तक कई टैलेंटेड कलाकार शामिल हैं. ये फिल्म मशहूर ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो चुकी है. इस फिल्म को निर्देशक विशाल भरद्वाज ने निर्देशित किया है. तो आइए जानते हैं कि आखिर फिल्म 'खुफिया' है कैसी.
तब्बू की फिल्म ‘खुफिया’ एक दमदार ‘स्पाई थ्रिलर’ है. ‘मकबूल’ से लेकर ‘हैदर’ तक कई सारी बेहतरीन फिल्मों को बनाने वाले विशाल भरद्वाज ने ओटीटी प्लेटफार्म के लिए ‘खुफिया’ बनाई है और फिल्म देखकर ये कहा जा सकता है कि विशाल भरद्वाज-तब्बू की इस ‘हिट’ जोड़ी का जादू अब ओटीटी पर भी चलने लगा है. हालांकि ‘खुफिया’ हर किसी को पसंद नहीं आएगी. लेकिन अगर आप नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम होने वाले थ्रिलर कंटेंट के फैन हैं तो ये फिल्म आपके लिए बनी है और इंटरनेशनल स्टैंडर्ड को मद्देनजर रखते हुए इस फिल्म को फिल्माया गया है.
दुनिया के लिए कृष्णा मेहरा यानी केएम (तब्बू) एक काउंसलर है, लेकिन असल में वो देश के महत्वपूर्ण मिशन पर काम कर रही है. ऑर्गनाइजेशन में शामिल एक मुखबिर की वजह से केएम का मिशन फेल हो जाता है और उसका एक करीबी साथी ऑक्टोपस अपनी जान गंवा देता है. फिर शुरू होता है इस देश के गद्दार को ढूंढने का और ऑक्टोपस की मौत का बदला लेने का सफर. फ्लैशबैक और प्रेजेंट में चलने वाली इस कहानी में क्या देश का दुश्मन पकड़ा जाएगा? क्या केएम अपना बदला ले पाएगी? उनके और ऑक्टोपस के बीच क्या रिश्ता है? इन सवालों के जवाब जानने के लिए आपको नेटफ्लिक्स पर खुफिया देखनी होगी.
निर्देशन और राइटिंग
एक हफ्ते पहले विशाल भरद्वाज की ‘सस्पेंस थ्रिलर’ सीरीज फिल्म चार्ली चोपड़ा सोनी लिव पर रिलीज हुई थी. हालांकि ये सीरीज लंबी स्टार कास्ट होने के बावजूद कुछ खास कमाल नहीं कर पाई थी, लेकिन ‘खुफिया’ ने ये साबित कर दिया है कि अच्छे कलाकार हों तो निर्देशक फिल्म मेकिंग की हर कसौटी पर खरा उतर सकते हैं. हर मोड़ पर आने वाला ट्विस्ट इस फिल्म की खासियत है. जो आप सोचते हो वो इस फिल्म में बिल्कुल भी नहीं होता. लेकिन कुछ जगह पर देश के लिए काम करने वाले ये स्पाई कुछ ऐसी हरकतें करते हैं, जिसे देखकर यकीन करना मुश्किल हो जाता है कि ये स्पाई हैं.
इंटरनेशनल स्टैंडर्ड की फिल्म बनाते हुए मेकर्स अक्सर किरदारों की डिटेलिंग करना भूल जाते हैं. तब्बू, अली फजल जैसे एक्टर्स के साथ इन बारीकियों पर काम किया जा सकता था, लेकिन इसे नजरअंदाज किया गया है. जैसे कि अपने स्टाफ को हाई हील से मारने वाली केएम, अपने सीनियर के ऑर्डर आने पर आसानी से प्यार का साथ छोड़कर चली जाती है या फिर एक ही मुलाकात में वो सामने वाले पर भरोसा करते हुए, इसे बड़े इंटरनेशनल मिशन की जिम्मेदारी दे बैठी है, जैसे ये कोई मिशन नहीं, नजदीक के मंदिर में मिलने वाला प्रसाद हो.
कलाकारों की एक्टिंग
अपने हर किरदार के लिए खुद को चैलेंज करने की तब्बू की आदत के लिए इस फिल्म को एक स्टार और देना होगा. फिर चाहे भोला में अपने स्टंट्स खुद करना हो या फिर ‘खुफिया’ में एक शादीशुदा लेस्बियन महिला का किरदार निभाना हो. ये पूरी फिल्म तब्बू के इर्द गिर्द घूमती है. वामिका गब्बी फिल्म में एक महत्वपूर्ण किरदार निभा रही हैं. इन दोनों के अलावा अली फजल, अजमेरी हक बधोन, नवनींद्र बहल अपने किरदारों में अच्छे लगते हैं.
तकनीकी डिटेल्स
‘खुफिया’ में एडिटिंग टेबल पर और काम किया जा सकता था. फरहाद अहमद देहलवी की सिनेमेटोग्राफी अच्छी है. लेकिन फिल्म का हीरो है म्यूजिक. बैकग्राउंड म्यूजिक हो या फिल्म के गाने. म्यूजिक पर मेकर्स ने खास काम किया है. फिल्म के बाद भी ये गाने आप लूप पर सुनना चाहेंगे. बैकग्राउंड म्यूजिक की बात करें, तो अपने बच्चे के लिए चारु (वामिका) का दर्द दर्शाने वाला म्यूजिक हो, या फिर केएम और ऑक्टोपस के रोमांस की बैकग्राउंड पर चलने वाला बैकग्राउंड स्कोर, म्यूजिक ने इस फिल्म में चार चांद लगा दिए हैं.
जैसा की हमने पहले कहा ‘खुफिया’ सब के लिए नहीं है. इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर फिल्मों को दी गई ट्रीटमेंट ज्यादा महत्वपूर्ण होती है, लेकिन इंडिया में हम किरदारों को और भावनाओं को ज्यादा महत्व देते हैं. दर्शकों की इन बेसिक एक्सपेक्टेशन को ही मेकर्स ने नजरअंदाज किया है. ‘थैंक यू फॉर कमिंग’ हो या फिर ‘खुफिया’, फिल्म देखकर ये समझ में नहीं आता कि लोगों को फॉरेन फिल्म मेकिंग स्टाइल से इतना ऑब्सेशन क्यों है. ‘खुफिया’ की बात करें तो इसे एक मौका दिया जा सकता है.
वेब सीरीज – खुफिया
निर्देशक : विशाल भारद्वाज
स्टार कास्ट : तब्बू, वामिका गब्बी, अली फजल
रिलीज : नेटफ्लिक्स
रेटिंग: ** 1/2 स्टार