Wrestlers Protest: SAI कैंप से महिला पहलवानों को रात में ले जाया जाता था बाहर, गीता फोगाट के फिजियोथैरेपिस्ट का सनसनीखेज खुलासा

Wrestlers Protest: SAI कैंप से महिला पहलवानों को रात में ले जाया जाता था बाहर, गीता फोगाट के फिजियोथैरेपिस्ट का सनसनीखेज खुलासा

Delhi Wrestlers Protest: जंतर-मंतर पर देश के बड़े पहलवान धरने पर बैठे हैं, WFI के अध्यक्ष रहे बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोपों की सही जांच की मांग है. इस बीच पहलवान गीता फोगाट के निजी फिजियो ने एक सनसनीखेज दावा किया है.

नई दिल्ली. जंतर-मंतर पर कुश्ती खिलाड़ियों का विरोध प्रदर्शन जारी है. खिलाड़ी बीजेपी नेता और भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष रहे बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा रहे हैं. खिलाड़ियों का कहना है कि कुश्ती महासंघ में बृजभूषण शरण सिंह ने ऐसा माहौल बनाया हुआ है जिसमें महिला खिलाड़ियों को डराया धमकाया जाता है और अगर वो उनके हिसाब से नहीं चलती हैं तो उन्हें किसी भी छोट- मोटे बहाने से कैंप से बाहर निकाल देने की धमकी दी जाती है.

कुश्ती कैंप्स में किस तरह का माहौल होता है इसमें रहे लोग अब बता रहे हैं. जंतर-मंतर पर धरने को समर्थन देने पहुंचे देश को कॉमनवेल्थ में गोल्ड मेडल दिलाने वाली गीता फोगाट के पर्सनल फिजियोथैरेपिस्ट ने लखनऊ स्थित साई (Sports Authority of India) कैंप का हालिया बयान किया.

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आधी रात में लड़कियां जाती थी बाहर!

परमजीत ने बताया कि गीता फोगाट ने 2014 में अपना पर्सनल फिजियोथैरेपिस्ट बनाकर उन्हें साई लखनऊ के साई कैंप में ले गई. इस दौरान उन्होंने साईं स्थित कैंप का माहौल दिखा. परमजीत मलिक बताते हैं कि आधी रात के बाद लड़कियां बाहर जाती हैं. फिर मैंने इसकी जांच पड़ताल शुरू की तो पता चला कि जिन गाड़ियों में ये लड़कियां लें जाई जा रही हैं वो बीजेपी सांसद और फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की सिक्योरिटी में लगी गाड़ियां होती थीं.

लड़कियों को किया जाता था मजबूर: परमजीत

परमजीत ने इसकी कंप्लेंट चीफ कोच कुलदीप मलिक और कमल सेन को इसकी कंप्लेंट की. परमजीत मलिक ने कुलदीप और कमल सेन को कहा कि रात में बच्चे कहीं बाहर जाते हैं इनको देखा जाना चाहिए. गीता फोगाट के फिजियोथैरेपिस्ट परमजीत ने इसकी जानकारी लिखित में चीफ कोच कुलदीप मलिक के साथ तत्कालीन अन्य आला अधिकारियों को भी दिया. परमजीत बताते हैं कि इसकी जानकारी उन्होंने कई बार मीडिया से भी साझा करने की कोशिश की. हालांकि उनकी बात को दबा दिया गया. मैंने लड़कियों से भी बात की जिसपर उन्होंने कहा कि इसके अलावे हमारे पास कोई चारा नहीं है. लगातार कंप्लेंट करने के बाद अचानक परमजीत और उनकी पत्नी सुमन कुंडू को लखनऊ स्थित साई कैम्प से छुट्टी दे दी गई.

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परमजीत मलिक ने आरोप लगाया है कि लखनऊ के साई सेंटर में युवा महिला पहलवानों फंसाया जाता है. इसके लिए कैंप में अनऑफिशियल रूप से चार-पांच लोगों को इस काम को करने के लिए रखा गया है. परमजीत ने साल 2014 में धीरेन नाम के फिजियोथेरेपिस्ट का नाम लेते हुए बताते है कि जिन लड़कियो को थोड़ा भी चोट लग जाता था उन्हें घर भेजने की बात कही जाती थी. इस तरीके से डरा धमका कर उन्हें कहा जाता था कि अगर वो मान जाएं तो हम आपको नेताजी से मिलवा कर घर जाने से रोक लेंगे. इसके लिए उनकी एक पूरी टीम काम करती थी.

जांच कमेटी पर भी उठाए सवाल

आपको बता दें कि कुश्ती खिलाड़ियों के आरोपों को बृजभूषण शरण सिंह नकारते रहे हैं. उन्होंने इन आरोपों को अपने खिलाफ साजिश करार दिया है. जनवरी में प्रोटेस्ट के बाद ओवरसाइट कमिटी बनाई गई थी. जिसमें उन्होंने अपना बयान दर्ज कराया था. टीवी9 से बातचीत में गीता फोगाट के पर्सनल फिजियोथैरेपिस्ट परमजीत मलिक ने बताया कि 11 फरवरी को ओवर साइट कमेटी के आगे बयान दर्ज कराया गया जिसमे उन्हें न्याय का वादा किया गया. लेकिन अब काफी समय हो गया है इस लिए हम फिर से अपना विरोध जता रहे हैं.

बकौल परमजीत सभी बयान दर्ज कराने वालों की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की गई थी. इस दौरान लगभग 20 लोगों का बयान दर्ज कराया गया था. इनमें महिला और पुरुष एथलीट दोनों शामिल थे. परमजीत ने साल 2014 में लखनऊ की (SAI) कैम्प की घटनाओं को रिकॉर्ड कराया है.

आपको बता दें कि सोमवार को खेल मंत्रालय ने ओवरसाइट कमिटी की मुख्य बातों को सार्वजनिक भी किया है. हालांकि इसमें बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कोई बात नहीं कही गई है बल्कि महासंघ की स्ट्रक्चरल ढ़ांचे पर सुधार की जरुरत बताई गई है. आपको बता दें कि जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों का कहना है कि 7 महिला खिलाड़ियों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की कोशिश की जिसे पुलिस नकार रही है. अब इस मामले कि सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में की जा रही है.