6 साल, 5 जख्म…आखिर ये दुख खत्म क्यों नहीं होता?
भारतीय महिला टीम ने बीते पांच सालों में काफी सफलता हासिल की हैं. हालांकि जब भी बात आईसीसी ट्रॉफी की आती है को उनके हाथ केवल हार ही आती है
भारतीय महिला टीम का दर्द खत्म क्यों नहीं होता? ये सवाल पूरा हिंदुस्तान पूछ रहा है. साल 2017 से टीम को एक के बाद एक ऐसे दर्द मिल रहे हैं जिन्हें भुलाना आसान नहीं हैं. बार-बार ये टीम ट्रॉफी के करीब पहुंचती है लेकिन हर बार उसके हाथ दुख और निराशा ही आती है. टीम इंडिया का ये दुख खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा. (AFP)
भारतीय टीम को 2018 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड ने ही 8 विकेट से हराया था. भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए केवल 112 रन ही बनाए थे. भारतीय महिलाओं ने आखिरी 8 विकेट महज 28 रन के भीतर गंवा दिए. इंग्लैंड ने भारत की 113 रन की चुनौती को 8 विकेट और 17 गेंदें बाकी रहते हासिल कर लिया. हालांकि इंग्लैंड भी फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार गया था. (PTI)
टी20 वर्ल्ड कप 2020 के फाइनल में भारत को एकतरफा अंदाज में हार मिली थी. ऑस्ट्रेलिया के सामने टीम चारो खाने चित्त हो गई थी और खिताब के बेहद करीब आकर चूक गई. ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 184 रन बनाए दिए थे, जबकि टीम इंडिया केवल 99 रन के कुल स्कोर पर आउट हो गई थी. (PTI)
साल 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में भी टीम इंडिया के हाथ से गोल्ड मेडल फिसल गया था. यहां भी ऑस्ट्रेलिया ने ही भारत का दिल तोड़ा. ऑस्ट्रेलिया ने भारत को जीत के लिए 162 रनों का टारगेट दिया था. टीम इंडिया ने आखिरी ओवर तक मैच जीतने की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हो पाई. टीम इंडिया को सिल्वर मेडल से संतुष्ट होना पड़ा.
गुरुवार को टीम इंडिया के पास इन सभी हार का बदला लेने का मौका था लेकिन वो फिर चूक गई. टी20 वर्ल्ड कप 2023 के सेमीफाइनल में भारतीय टीम रोमांचक मैच पांच रन से हार गई. भारतीय टीम मैच में ज्यादातर समय आगे थी लेकिन आखिर में जाकर सारा खेल बदल गया और एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया मैच जीत गई. (AFP)