बुजुर्ग के नाक में जोंक ने बनाया घर, 5 दिन बाद हुआ सिर दर्द तो बढ़ी टेंशन, फिर…

बुजुर्ग के नाक में जोंक ने बनाया घर, 5 दिन बाद हुआ सिर दर्द तो बढ़ी टेंशन, फिर…

छत्तीसगढ़ के जशपुर में खेत में काम करते समय एक किसान की नाक में जोंक घुस गई. उस समय तो किसान को पता नहीं लगा. लेकिन जब 5 दिन बाद उन्हें भयंकर सिर दर्द हुआ तो उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. डॉक्टरों ने पाया कि बुजुर्ग की नाक में जोंक ने अपना बसेरा बना लिया था. वो उनकी नाक में चिपकी हुई थी. खून चूस-चूसकर उसका आकार भी बड़ा हो चुका था. कड़ी मशक्कत के बाद जोंक को किसान की नाक से निकाला गया.

छत्तीसगढ़ के जशपुर में बुजुर्ग किसान की नाक में जोंक ने ऐसा तांडव मचाया कि उनकी जान पर बन आई. डॉक्टरों फिर बड़ी मुश्किल से जोंक को बुजुर्ग की नाक से निकाला. तब जाकर बुजुर्ग ने राहत की सांस ली. मामला महनई गांव का है. यहां रहने वाले बुजुर्ग किसान जयमन यादव (58) को गुरुवार के दिन सिर में भयंकर दर्द उठा. उन्होंने घर वालों से कहा कि मुझे अस्पताल ले चलो. मैं यह दर्द बर्दाश्त नहीं कर पा रहा.

परिवार वाले बुजुर्ग की बात सुनकर टेंशन में आ गए. तुरंत उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया. डॉक्टरों को बुजुर्ग ने बताया कि उनका सिर दर्द से फटा जा रहा है. ऐसा लग रहा है कि नाक के अंदर कुछ रेंग रहा है. डॉक्टरों ने टॉर्च की मदद से जब बुजुर्ग की नाम में देखा तो पाया कि वहां तो जोंक ने अपना घर बना रखा था. वो नाक के अंदर बुरी तरह चिपकी हुई थी और उसका आकार भी काफी बड़ा हो गया था. इस कारण बुजुर्ग को सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी.

डॉक्टरों ने फिर बड़ी मुश्किल से जोंक को बुजुर्ग किसान की नाक से बाहर निकाला. तब जाकर बुजुर्ग ने राहत की सांस ली. बुजुर्ग किसान जयमन यादव ने बताया कि पांच दिन पहले वो खेत में काम करने गए थे. वहां कई सारी जोंक थी. हो सकता है तब वो उनकी नाक में घुस गई होगी. लेकित उस समय किसान को पता नहीं लगा. घर आकर उन्हें बहुत तेज ठंड लगने लगी. जुखाम भी हुआ.

5 दिन बाद चला पता

बुजुर्ग ने कहा कि तब उन्होंने दुकान में जाकर सर्दी-जुखाम की दवा ले ली. थोड़ी देर बाद उनकी तबीयत ठीक हो गई. लेकिन 5 दिन बाद उन्हें भयंकर सिर दर्द होने लगा. अस्पताल आकर पता चला कि उनकी नाक में जोंक घुसी हुई है. वह उनका खून चूस-चूसकर काफी बड़ी हो गई थी. इस कारण जयमन ठीक से सांस भी नहीं ले पा रहे थे.

बुरी तरह चिपकी थी जोंक

डॉक्टरों ने बताया कि जोंक को किसान की नाक से निकालने में उन्हें कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. क्योंकि वो बुरी तरह से उनकी नाक में चिपकी हुई थी. अगर जरा सी भी लापरवाही होती तो टेंशन बढ़ सकती थी. इसलिए जोंक निकालने में काउी समय लग गया.