Mahakumbh 2025: खुल गया 12 घंटे का ‘महाजाम’, प्रयागराज बॉर्डर पर रोके गए लोग महाकुंभ की ओर रवाना; भगदड़ के बाद नहीं मिल रही थी एंट्री
महाकुंभ में भीड़ को देखते हुए पड़ोसी जिलों में रोके गए श्रद्धालुओं को अब छोड़ दिया गया है. इन सभी यात्रियों को होल्डिंग एरिया में रोका गया था. अब ये यात्री बैरिकेट्स हटने के बाद प्रयागराज के लिए रवाना हो गए हैं और थोड़ी ही देर में पहुंचने वाले हैं.
महाकुंभ में भीड़ छंटने के बाद होल्डिंग एरिया में रोके गए श्रद्धालुओं को प्रयागराज के लिए रवाना कर दिया गया है. यह श्रद्धालु बीते 12 घंटे से मिर्जापुर, भदोही, प्रतापगढ़, फतेहपुर, कौशांबी, रायबरेली और बांदा चित्रकूट आदि जिलों में बनाए गए होल्डिंग एरिया में रोके गए थे. बैरिकेट्स हटाने के बाद इन सभी श्रद्धालुओं का कुछ ही देर में प्रयागराज प्रवेश शुरू हो जाएगा. इससे पहले कुंभ मेला प्रशासन ने मेला परिसर में खड़ी करीब दो हजार बसों को भरकर अलग अलग जिलों के लिए रवाना कर दिया है.
रेलवे ने भी सुबह से लेकर अब तक तीन हजार से अधिक स्पेशल ट्रेनों को अलग अलग लोकेशन के लिए रवाना किया है. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक मेला प्रशासन की इस पहल से 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं को स्नान के बाद घर वापसी करा दी है. इसकी वजह से मेले में भीड़ छंटने लगी है. इसके बाद मेला प्रशासन ने होलडिंग एरिया में फंसे श्रद्धालुओं को आगे बढ़ने की अनुमति दी है. उधर, होल्डिंग एरिया में सुबह से ही धक्के खा रहे श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली है. बैरिकेट्स हटते ही इन श्रद्धालुओं ने हर हर महादेव के नारे लगाए और अपनी आगे की यात्रा शुरू कर दी.
बुधवार की सुबह हुई थी 30 लोगों की मौत
बता दें कि बुधवार की सुबह मौनी अमावस्या की वजह से महाकुंभ में भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी. इस भीड़ का संभाल पाना प्रशासन के लिए मुश्किल हो गया. ऐसे ही हालात में बुधवार की सुबह भगदड़ भी मची और 30 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 60 से अधिक लोग घायल हो गए. परिस्थिति को देखते हुए मेला प्रशासन ने आनन फानन में निर्णय लिया कि जितने लोग कुंभ मेले में पहुंच गए हैं, उनके निकलने के बाद ही नए श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा. इसी के साथ मेला प्रशासन ने पड़ोसी जिलों में बने होल्डिंग एरिया में ही बैरिकेट्स लगाकर यात्रियों को रोक दिया था.
करीब पांच लाख लोग फंसे थे
जानकारी के मुताबिक रायबरेली, चित्रकूट, बांदा, मिर्जापुर, भदोही, प्रतापगढ़, फतेहपुर, कौशांबी समेत 8 जिलों में महाकुंभ का होल्डिंग एरिया बनाया गया था. इन सभी होल्डिंग एरिया में करीब ढाई लाख वाहनों को रोका गया था. एक अनुमान के मुताबिक इन वाहनों में सवार करीब 6 लाख लोग यहां आकर फंस गए थे. इसी प्रकार विभिन्न स्थानों पर प्रयागराज की ओर आने वाली बसों और ट्रेनों को भी रोक दिया गया था. एक अनुमान के मुताबिक इन गाड़ियों में भी करीब दो लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए थे.